moeen ali

इंग्लिश क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर मोईन अली (Moeen Ali) ने हाल ही में चौंका देने वाला खुलासा किया है। मोईन अली ने चेन्नई सुपर किंग्स डॉट कॉम पर बातचीत करते हुए बताया है कि वह कभी भी स्पिनर नहीं बनना चाहते थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत के पहले से ही पेसर बनने का सोचा था, लेकिन एक कारण से वह पेसर नहीं बन पाए और फिर उन्हें स्पिनर बनने की राह चुनी। आइए जानते हैं वह कौन सी वजह है जिसने उन्हें तेज गेंदबाज की जगह स्पिनर बना दिया…..

Moeen Ali नहीं चाहते थे स्पिनर बनना

Moeen Ali didn't want to be a spinner
Moeen Ali didn’t want to be a spinner

दरअसल, वारविकशायर के लिए अंडर-15 खेलते हुए मोईन अली को पीठ दर्द की समस्या के कारण मजबूरन स्पिनर पड़ा था। इस बात का खुलासा खुद मोईन अली ने किया है। चेन्नई सुपर किंग्स डॉट कॉम से बातचीत करते हुए मोईन अली ने अपनी बचपन की यादों के बारे में बताया। बचपन की बातों को याद करते हुए अली ने बताया कि एक बच्चे के रूप में उनकी क्रिकेट यात्रा भारतीय और पाकिस्तान खिलाड़ियों के साथ खेलकर शुरू की। मोईन अली ने कहा,

“स्कूल के दिन में मेरे जीवन के सबसे बेहतरीन दिन थे। मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे । मुझे क्रिकेट पसंद था और हमारे पास क्रिकेट ग्राउन्ड भी था। यह एक साउथ एशियाई पृष्ठभूमि का स्कूल था, जहां भारतीय और पाकिस्तानी बच्चे पढ़ते थे, तो जाहीर तौर पर सभी को क्रिकेट पसंद था। हमारे राष्ट्रीय स्तर पर जीत हासिल की, हमने निजी स्कूलों को हराया और हमने जो चार साल खेले, उसमें हमने दो ही मैच हारे। हमारी टीम बहुत अच्छी थी। उस समय हम जिन लोगों के साथ खेल रहे थे, सभी काउंटी खिलाड़ी बन गए थे। उन सभी के खिलाफ जीत हासिल की।”

“मैं उस समय से ही पेसर बनना चाहता था। मैंने तेज बनने की पूरी कोशिश की थी, यहां तक कि हर जगह बॉलिंग ट्रायल भी दिए थे। यह मेरे अंडर-15 दिनों के दौरान था कि मैंने स्पिन गेंदबाजी की ओर रुख किया। वारविकशायर के लिए अंडर-15 खेलते हुए मुझे पीठ दर्द की समस्या हो गई थी। फिर मैंने नेट में सिर्फ एक ऑफ अपिनर के रूप में गेंदबाजी शुरू की।”

Moeen Ali के कोच ने उन्हें स्पिनर बनाने में निभाई थी अहम भूमिका

Moeen Ali's coach played an important role in making him a spinner
Moeen Ali’s coach played an important role in making him a spinner

मोईन अली ने आगे बातचीत करते हुए बताया कि उनके परिवार के हालत उस समय बेहद ही खराब थे। वे लीग बुनियादी चीजों के लिए सक्षम नहीं होते थे। साथ ही उन्होंने बताया है कि उनके स्पिनर बनने में उनके कोच का अहम योगदान रहा है।

“कोच ने मेरी गेंदबाजी में कुछ देखा और उन्होंने कहा कि मैं अब से एक स्पिनर ही बनूंगा। पिछली बातें याद कर मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं, क्योंकि आप सोचते हैं कि आप कहां से आते हैं और यह मेरे लिए मेरी खुद की विनम्र पृष्ठभूमि के बारे में एक महान यादें हैं। मैं बहुत जल्दी पेशेवर क्रिकेट बन गया और चीजें बेहतर होती चली गई। मैं आज के लिए व्यस्तवक में आभारी हूं।”

बता दें कि पिछले साल सितंबर में मोईन अली (Moeen Ali) ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले किया था। जिसके बाद हाल ही में उन्होंने ऐलान किया है कि अगर इंग्लैंड टीम के नए कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टॉक्स चाहें तो वह टेस्ट संन्यास से बाहर आने के लिए तैयार हैं।