T20 World Cup-DRS

17 अक्टूबर से यूएई और ओमान में मेंस टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) की शुरूआत होने जा रही है. इससे पहले आईसीसी से इस मेगा इवेंट से जुड़े नियमों को लेकर कुछ बदलाव आकिए हैं. जिसके बारे में हम आपको इस खबर के जरिए पूरी जानकारी देंगे. लेकिन, उससे पहले भारतीय फैंस के लिए बता दें कि इस इवेंट में टीम इंडिया की पहली टक्कर पाकिस्तान टीम के खिलाफ 24 अक्टूबर को होगी.

T20 World Cup के शुरूआत से पहले आईसीसी ने DRS के नियम में किए बदलाव

T20 World Cup-DRS

दरअसल बदले हुए नियमों की बात करें तो इस बार डिसीजन रिव्यू सिस्टम यानी DRS का इस्तेमाल होगा. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने टूर्नामेंट के लिए जो प्लेइंग कंडीशन जारी की है, उसमें डीआरएस के इस्तेमाल (DRS In T20 World Cup) को लेकर मंजूरी दे दी गई है. हर पारी में दोनों हीं टीमों को DRS के तहत ज्यादा से ज्यादा दो रिव्यू को इस्तेमाल करने मौके दिए जाएंगे.

यानी कि इस बार टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में दोनों टीमों के कप्तान के पास पारी के दौरान 2 बार फील्ड अंपायर के फैसले को चुनौती देने का अधिकार होगा. यदि रिव्यू लेने पर टीवी अंपायर अपने फैसले में बदलाव कर देते हैं तो डीआरएस बरकरार रहेगा. लेकिन, फैसला हक में ना मिलने की कंडीशन के मुताबिक कप्तान डीआरएस गंवा देगा.

आईसीसी की गवर्निंग काउंसिल ने बीते साल जून में कोरोना महामारी की वजह से कई मुकाबलों में अनुभवी अंपायर की गैरमौजूदगी को ध्यान में रखते हुए तीनों फॉर्मेट में एक अतिरिक्त असफल रिव्यू बढ़ाने का निर्णय किया था. आईसीसी के इस फैसले के बाद टी20 और वनडे की एक पारी में हर टीम को दो और टेस्ट की हर पारी में दोनों टीमों को असफल रिव्यू के 3 मौके दिए जा रहे हैं.

न्यूनतम ओवर के नियमों में भी किए गए चेंजेज

T20 वर्ल्ड कप में पहली बार लागू किया गया DRS नियम, हर पारी में इतनी बार टीम को रिव्यू लेने का मिलेगा मौका

ईएसपीएन क्रिकइंफो के हवाले से आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी ने देरी और बारिश से बाधित मैचों के लिए न्यूनतम ओवर (Minimum Over Rate Rule) की संख्या बढ़ाने का भी निर्णय लिया है. टी20 विश्व कप (T20 World Cup) के ग्रुप स्टेज के दौरान हर टीम को डकवर्थ लुईस मैथेड से रिजल्ट तय करने के लिए कम से कम 5 ओवर बल्लेबाजी करनी होगी. वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में ऐसे ही नियम हैं. लेकिन सेमीफाइनल और फाइनल मैच में बारिश बाधा बनती है तो ओवर की संख्या को बढ़ा दिया जाएगा.

ऐसी स्थिति में हर टीम को कम से कम 10 ओवर तक बल्लेबाजी करने की जरूरत होगी. जैसा कि बीते साल महिला टी20 विश्व कप के दौरान हुआ था. हालांकि, तब इंग्लैंड और भारत के बीच सिडनी में होने वाले पहले सेमीफाइनल के बारिश में धुलने की वजह से इस नियम को लेकर काफी चर्चाएं भी हुई थीं. क्योंकि तब रिजर्व-डे नहीं होने की वजह से इंग्लैंड टूर्नामेंट से बाहर हो गया था.

20 ओवर के फॉर्मेट में पहली बार 2018 में हुआ था DRS का इस्तेमाल

T20 वर्ल्ड कप में पहली बार लागू किया गया DRS नियम, हर पारी में इतनी बार टीम को रिव्यू लेने का मिलेगा मौका

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, आईसीसी के किसी भी अंतरराष्टीय टी20 टूर्नामेंट में डीआरएस का इस्तेमाल पहली बार साल 2018 में हुआ था. तब वेस्टइंडीज में वुमेंस टी20 विश्व कप (T20 World Cup) खेला गया था. उस दौर में टीमों के पास एक ही रिव्यू का मौका था. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में 2020 में खेले गए महिला टी20 वर्ल्ड कप में भी इसी नियम का इस्तेमाल हुआ था.