liton das-mushfiqur rahim

बांग्लादेश क्रिकेट टीम (Bangladesh Cricket Team) के विकेटकीपर बल्लेबाज़ लिटन दास (Liton Das) ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू 7 साल पहले किया था, मगर सफलता उनके हाथ सही मायनों में पिछले कुछ 1-2 सालों से लगी है. आपको बता दें कि उन्होंने जितने रन अपने शुरुआती 20 टेस्ट मैच में नहीं बनाए थे, उससे ज़्यादा रन लिटन दास ने पिछले 9 टेस्ट मैचों में ठोक डाले हैं. इसमें कोई दोहराय नहीं की टेस्ट टीम में उनकी जगह कभी पक्की नहीं दिखती थी. लेकिन वो बात सितंबर 2019 से पहले की थी. उसके बाद लिटन दास की ज़िन्दगी में कुछ ऐसा हुआ कि उनको क्रिकेट में लगातार सफलता मिलने लगी.

गर्लफ्रेंड से शादी करने के बाद खुले लिटन दास के भाग

liton das with her wife

लिटन दास को खेलते हुए देखकर लगता है कि, वह बांग्लादेश क्रिकेट टीम के एक मात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो मुश्फिकुर रहीम की विरासत को आगे ले जाने की काबिलियत रखते हैं. अपने पिछले एक साल के शानदार प्रदर्शन से वह इस बात को और सच्चा साबित करते हुए दिखाई दे रहे हैं. आपको बता दें कि, लिटन के बेहतरीन क्रिकेटर बनने की शुरुआत उनकी शादी के बाद से ही हुई है.

लिटन दास ने खेले गए अपने 29 टेस्ट मैच के करियर में 2 शतक और 11 अर्धशतक जड़े हैं. जिनमें से लिटन ने एक शतक और चार अर्धशतक सितंबर 2019 के बाद यानी अपनी शादी के बाद लगाए हैं.

साल 2021 में जमकर बोला लिटन दास का बल्ला

Liton Das

बांग्लादेशी विकेटकीपर बैटर लिटन दास ने साल 2021 से अभी तक कुल 9 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 2 सेंचुरी और 6 हाफ सेंचुरी के साथ 52.66 की एवरेज (औसत) से कुल 790 रन बनाए हैं. वहीं साल 2021 से अब तक लिटन दास का औसत घर में कमाल का रहा है, उन्होने बांग्लादेश में बैटिंग करते हुए 53 की औसत से घर में खेले गए 4 टेस्ट में 424 रन बनाए हैं.

हालांकि घर से बाहर खेले गए 5 टेस्ट मैचों में भी लिटन का औसत खासा कम नहीं हुआ. उन्होनें बाहर खेले गए 5 टेस्ट मुकाबलों में भी 52.28 की औसत से कुल 366 रन बनाए हैं. लिटन ने इस बीच न्यूज़ीलैंड, पाकिस्तान, श्रीलंका, वेस्टइंडीज़ और ज़िम्बाब्वे जैसी टीमों के खिलाफ अपनी टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण रन बनाए हैं.

लॉन्ग टर्म गर्लफ्रेंड से शादी करने के बाद लिटन दास की तकदीर पलट गई है. इनके लिए इनका लेडी लक काफी असरदार साबित हुआ है. लिटन की शादी करने का असर इनके प्रदर्शन पर इतना पड़ा है कि इनको कहीं ना कहीं अब बांग्लादेश क्रिकेट टीम का रनमशीन माना जाने लगा है.