इंग्लैंड के टेस्ट फॉर्मेट के कप्तान जो रूट ने अपनी टीम को ना जाने टेस्ट में कितने खिताब जिताए है. वही उन्होंने भी इस फॉर्मेट में भी कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किया है साथ उन्होंने अपनी टीम के लिए एक शानदार भूमिका अदा की है. लेकिन जब उनकी तुलना क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली, स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन के साथ की गई, तो उन्होंने इस तुलना से साफ़ मना कर दिया.
जो रूट ने केन विलिलमसन की तारीफ में कहा?
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने अपनी तुलना किसी और खिलाड़ी के बीच करने में साफ़ मना करते हुए उन्होंने कहा कि
“मैंने कोशिश की है कि मुझे किसी और खिलाड़ी के साथ तुलना ना की जाए. लेकिन मैं उन्हें खेलते और तीनों फॉर्मेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने बहुत पसंद करूंगा. आप क्रिकेट जगत के तीन बड़े खिलाड़ियों को देखते है, जिसको कोई भी क्रिकेटर खेलते देखना चाहेगा और उनसे सीखना चाहेगा. मैं अगर सच बोलू, तो मैं अभी उनके साथी आपने को नहीं देखता हूँ.”
“जब भी मैं केन विलियमसन को बल्लेबाजी करते हुए देखता हूँ तो मैं ये देखता हूँ कि वो इस तरह से गेंद को लेट शॉट खेलकर गेंद से खेलते है और वो भी इस समय उनके जैसा होना बहुत बड़ी बात है. वो जिस तरह से खेल के प्रेशर समझते है और किसी भी पिच पर डिफेन्स करके लंबी पारी तक खेलते है. वही उन्हें सबसे लगा बनाती हैं.”
स्मिथ एक बहुत ही बेहतरीन रन-स्कोरर हैं
ऑस्ट्रेलिया के स्मिथ मौजूदा समय में आईसीसी टेस्ट की रैंकिंग में नंबर-1 के बल्लेबाज माने जाते हैं. इंग्लैंड के जो रूट ने स्टीव स्मिथ के बारे में बताते हुए कहा कि
“आप स्मिथ को देखे, उनके देखकर लगेगा की आप उन्हें खेलते हुए देखते रहे. वो आँखों से थोड़े डरावने लगते हैं. लेकिन आप उन्हें अपनी टीम का हिस्सा बनाना चाहेंगे. वो एक बहुत ही बेहतरीन रन-स्कोरर हैं. जिस तरह वो खेल के बारे में सोचते हैं और जिस तरह वो खेल को खिलाते है वो सच में बहुत बड़ी बात हैं.”
विराट कोहली को जो रूट ने बताया एक कम्पलीट खिलाड़ी
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में 50 के औसत से रन बनाए हैं. वही 31 साल के विराट कोहली को टी20 फॉर्मेट का एक बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है. विराट कोहली को वनडे में भी एक बड़े खिलाड़ी के रूप में देखे जाते हैं. जो रूट ने विराट की तारीफ में कहा कि
“विराट कोहली एक कम्पलीट खिलाड़ी दिखते है अगर हम तीनों ही फॉर्मेट की बात करे. उन्हें अंदर एक बात बहुत अच्छी लगती है वो ये कि वो आखिरी दम तक लड़ते और मैच को जितने की कोशिश करते हैं. कभी-कभी वो अपने अनुभव और ताकत भी ज्यादा मेहनत करते हैं.”