वनडे के बाद टी-20 सीरीज में भी ऑस्ट्रेलिया की हार पक्की, खुद ये आँकड़े दे रहे इस बात की गवाही

टीम इंडिया  कंगारु टीम  को वनडे सीरीज में तो 4-1 से मात दे ही चुकी है,  अब 3 मैचों की टी-20 सीरीज का फैसला सीरीज शुरु होने से पहले ही हो चुका है.

वैसे तो कंगारु टीम की धाक वर्ल्ड क्रिकेट मे ंहमेशा से रही है,  लेकिन शॉर्ट  फॉर्मेट में टीम इंडिया के सामने ये टीम हमेशा से ही कमतर रही है.

कंगारुओं पर भारी भारतीय शेर

वनडे के बाद टी-20 सीरीज में भी ऑस्ट्रेलिया की हार पक्की, खुद ये आँकड़े दे रहे इस बात की गवाही

एक वक्त था जब ऑस्टेलियाई टीम के सामने बड़ी से बड़ी टीमें पानी भरा करती थीं,  इस टीम का खेलने का अंदाज ऐसा था, कि विपक्षी टीम मैदान पर अपने होश खो बैठती थी,  लेकिन अब समय बदल चुका है और आज विराट एंड कम्पनी वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी बादशाहत कायम कर ली है.

क्रिकेट के सबसे लोकप्रिय फॉर्मेट टी-20 में टीम इंडिया कंगारु टीम पर हमेशा से ही भारी रही है, दोनों टीमों के बीच अब तक 13 टी-20 मैच हुए हैं,  जिसमें से 9 मैच पर टीम इंडिया का कब्जा रहा और सिर्फ 4 मैच ही ऑस्ट्रेलिया के खाते में गए हैं.  इस हिसाब से कंगारु टीम का जीत प्रतिशत केवल 30.76 रहा है और  किसी भी टीम के खिलाफ आस्ट्रेलियाई टीम का ये सबसे् खराब विनिंग रेसियो है.

एशियाई टीमों से डरते हैं कंगारु

वनडे के बाद टी-20 सीरीज में भी ऑस्ट्रेलिया की हार पक्की, खुद ये आँकड़े दे रहे इस बात की गवाही

आस्ट्रेलियाई टीम का रिकॉर्ड सिर्फ टीम इंडिया के खिलाफ ही शर्मनाक नहीं है,  बल्कि श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ भी कंगारु कुछ खास नहीं कर पाए हैं. श्रीलंका के खिलाफ आस्ट्रेलिया 13 बार ही मैदान पर उतरी है जिसमें से सिर्फ 5 बार  ही जीत का स्वाद चख पायी है. चैम्पियंस ट्राफी 2017 का खिताब जीतने वाली पाकिस्तानी टीम के सामने भी ये कभी चैम्पियन माने जाने वाली ये टीम बौना ही साबित हुई है.

पाकिस्तान से आस्ट्रलिया ने 14 मैच खेलें हैैं  जिसमें से 6 मैचों में ही जीत मिली है बाकी मैचों में कंगारु टीम को मुंह की खानी पड़ी है. पाक के खिलाफ आस्ट्रेलियाई टीम का जीत प्रतिशत 46.42 का है जबकि श्रीलंका के खिलाफ इससे भी बदतर 30.76 का है.

 

बल्लेबाज करते हैं निराश

वनडे के बाद टी-20 सीरीज में भी ऑस्ट्रेलिया की हार पक्की, खुद ये आँकड़े दे रहे इस बात की गवाही

इस समय कंगारु टीम में जितने भी बल्लेबाज हैं उनमें से एेरान फिंच को छोड़कर सभी का औसत 30 से कम का है.  बस फिंच का औसत 38.64 का है. वार्नर-मैक्सवेल भी इस मामले भी अपनी काबिलियत से न्याय नहीं कर पा रहे हैं उनका औसत भी क्रमश: 28.10 और 29.35 का है.

टेस्ट में बल्लेबाजों की रैंकिंग में नंबर  एक पर काबिज स्टीव स्मिथ भी टी-20 में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहें हैं. उन का औसत भी 21. 55 का है, इसके अलावा ट्रेविस हेड 24.50 और मैथ्यू का एवरेज भी 19.91 का ही है. युवा विकेटकीपर टिम पेन का तो दहाई का औसत भी नहीं है.

इंडियन बल्लेबाज रहें हैं अव्वल

वनडे के बाद टी-20 सीरीज में भी ऑस्ट्रेलिया की हार पक्की, खुद ये आँकड़े दे रहे इस बात की गवाही

इस वक्त टीम इंडिया के बल्लेबाजों का खौफ तो हर विश्वस्तरीय टीम के गेंदबाजों के दिल में हैं चाहे फॉर्मेट टेस्ट हो या वनडे या फिर टी-20. अगर बात क्रिकेट के सबसे रोमांचक प्रारुप की करें तो  इसमें भी भारतीय बल्लेबाजों का कोई सानी नहीं है.

विराट कोहली का औसत टी-20 में 53.82 का है तो वहीं महेन्द्र सिंह का औसत 35.65 का है, इसके अलावा टीम इंडिया का हर बल्लेबाज इस समय बेहतरीन फॉर्म में हैं , हार्दिक पांड्या के रुप में एक धाकड़ ऑलराउंडर मिलने से टीम को एक संतुलन मिला है.

जाहिर है टीम इंडिया का पलड़ा टी-20 में भी भारी दिख रहा है,  आंकंड़ों को दखते हुए लगता है कि विराट एंड कम्पनी  क्लीन स्वीप कर इस शॉर्ट फॉर्मेट में भी बादशाह जरुर बनेगी.