आईपीएल 2020 में कुछ खिलाड़ियों के खेलने की स्पष्ट जानकारी होने के बाद भी, उन्होंने टूर्नामेंट के लिए यूएई जाकर खेलने से मना कर दिया था. इसके पीछे हर एक खिलाड़ी की अपनी एक पारिवारिक वजह थी. लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के दमदार खिलाड़ी सुरेश रैना यूएई से अचानक भारत वापस आने को लेकर लगातार चर्चाओं में बने हुए थे.
बिना आईपीएल 2020 खेले सुरेश रैना लौट आए थे भारत
दरअसल सुरेश रैना ने एमएस धोनी के साथ ही साल 2020 के अगस्त महीने में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. इसके बाद सभी टीमें आईपीएल 2020 के लिए यूएई रवाना हो गई थी. ऐसे में टीम इंडिया के पूर्व बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज सुरेश रैना भी सीएसके के साथ दुबई पहुंच चुके थे.
हालांकि दुबई पहुंचने के बाद सुरेश रैना ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही भारत वापस आने का निर्णय ले लिया था. इसके पीछे की वजह पहले तो एमएस धोनी और उनके बीच रूम को लेकर हुई छोटी-मोटी टेंशन बताई गई. इसके बाद टीम के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को भी रैना के इस निर्णय पर भड़कते हुए देखा गया था.
यूएई से वापसी को लेकर पहली बार रैना ने दिया सपष्ट बयान
श्रीनिवासव के बयान के बाद सुरेश रैना पर कई तरह के सवाल उठने लगे थे. फैंस भी ये जानना चाहते थे कि आखिर ऐसी कौन सी वजह थी, जिसके कारण सुरेश रैना यूएई जाने के बाद, बिना आईपीएल 2020 खेले वापस भारत आ गए. इस पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए सुरेश रैना ने अपने भारत वापस आने की वजह परिवारिक कारण बताया था.
सुरेश रैना के इस बयान से लोग हैरानी में थे, कि यदि कोरोना के कारण सुरेश रैना अपने परिवार के पास आना चाहते थे तो, यूएई जाने से पहले भी वो इस फैसले को टीम के सामने रख सकते थे. लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए एक बार फिर सुरेश रैना ने इस पूरे मामले पर अपनी सफाई पेश की है.
यूएई से लौटना समझदारी भरा फैसला था: सुरेश रैना
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ऑलराउंडर खिलाड़ी सुरेश रैना का इस बारे में कहना है कि,
‘मुझे इस फैसले से पछतावा क्यों होगा? मैनें इस दौरान अपना पूरा वक्त बच्चों और परिवार के साथ बिताया. यह सच्चाई है कि, मैं उस वक्त अपने परिवार के लिए ही वापस आना चाहता था. पंजाब में एक दर्दनाक घटना ने मेरे परिवार को तोड़ दिया था. उन्हें मेरी जरूरत थी’.
‘महामारी के दौर में मेरी पत्नी को भी यहां मेरी जरूरत थी. मैं बीते 20 सालों से खेल रहा हूं, ऐसे में मुझे पता है कि मैं फिर से वापसी करूंगा. लेकिन जिस वक्त आपको आपके परिवार की जरूरत हो, आपको उनके साथ होना चाहिए. यह समझदारी भरा फैसला था’.