क्रिकेट अनिश्चितताओं खेल है, इसीलिए मैच के दौरान कोई भी क्रिकेट पंडित यह दावा नहीं कर सकता है, कि कौन-सी टीम मैच जीतेंगी और कौन-सा खिलाड़ी सबसे दमदार प्रदर्शन दिखाएंगा। कई बार हमने देखा है कि मैच जीतने वाली टीम उम्दा प्रदर्शन तो करती है, लेकिन मैच में क्रिकेट प्रेमियों का दिल हारी हुई टीम का कोई खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से जीत से लेता है, जिस वजह से वो खिलाड़ी मैन ऑफ द मैच चुना जाता है।
हम इस आर्टिकल में आपको 5 ऐसे मैचों के बारे में बताएंगे, जब टीम इंडिया को मैच में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ही अपने प्रदर्शन के दम पर मैच में मैन ऑफ द मैच चुना गया।
वो 5 मैच जिसमें टीम इंडिया हारी, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ही मैन ऑफ द मैच चुना गया:-
#5, साल 2004, स्टेडियम ‘सिडनी क्रिकेट ग्राउंड’
साल 2004 में भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में वीबी सीरीज खेलने के लिए गई हुई थी। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर सीरीज का 7वां वनडे मैच खेला जा रहा था। इस मैच में भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम ने बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 4 विकेट खोकर 296 रन बनाएं। भारत की ओर से सबसे ज्यादा 122 गेंदों पर 139 रन युवराज सिंह ने बनाएं। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ब्रेट ली ने 46 रन देकर सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए।
बारिश वजह से बाधित हुए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुईस नियम के तहत 34 ओवर में 225 रनों का लक्ष्य दिया गया, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 33.5 ओवर में 8 विकेट खोकर हासिल कर लिया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबेस ज्यादा 72 गेंदों पर 95 रन एडम गिलक्रिस्ट ने बनाएं। भारत की ओर से सबसे ज्यादा 3-3 विकेट इरफान पठान और सौरभ गांगुली ने लिए। इस मैच में भारत को 2 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन युवराज सिंह को दमदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।