स्पाॅट फिक्सिंग के आरोप से घिरे भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत क्रिकेट के सभी प्रारुपों से आजीवन प्रतिबंध की सजा झेल रहे हैं। हालांकि इसके बाद केरल हाइकोर्ट की सिंगल बेंच जज द्वारा सुनवाई के दौरान उनपर से लगे प्रतिबंध को हटा दिया था,लेकिन बीसीसीआई ने याचिका के बाद 17 अक्टूबर को केरल हाइकोर्ट की डिविजन बेंच ने बीसीसीआई के फैसले को सही बताते हुए बैन को बरकरार रखा।
बैन से दुखी श्रीसंत को चाहिए दूसरा देश
एशियानेट न्यूज को दिए इंटरव्यू के दौरान श्रीसंत ने कहा कि,
“मुझ पर भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड ने बैन लगाया है, आईसीसी ने नहीं। अगर मुझे भारत की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिलता है, तो मै किसी और देश की तरफ से खेलने के लिए पूरी तरह से योग्य हूं।”
अपनी बात को आगे जारी रखते हुए कहा कि, “मैं अभी 34 साल का हूं और ज्यादा से ज्यादा 6 साल तक और क्रिकेट में अपने खेल के प्रदर्शन दिखा सकता हूं। मैं क्रिकेट को काफी पंसद करता हूं, इसीलिए मैं खेलना चाहता हूं।
बीसीसीआई एक प्राइवेट फर्म हैं. यह हम हैं जो इसे भारतीय क्रिेकेट टीम कहते हैं। लेकिन आखिरकार बीसीसीआई है तो एक प्राइवेट बाॅडी। हां, रणजी ट्राॅफी में केरल का प्रतिनिधित्व करना एक दूसरी बात है। मुझे उम्मीद थी कि मैं केरल को रणजी और ईरानी ट्राॅफी जीतने में मदद करूंगा,लेकिन यह फैसला बीसीसीआई के हाथ में है।”
बीसीसीआई ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने श्रीसंत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि,
“इस बारे में आईसीसी के नियम बेहद स्पष्ट है। आईसीसी के नियमों के मुताबिक पैरंट बाॅडी द्वारा बैन किए गए कोई भी खिलाड़ी किसी अन्य देश से नहींं खेल सकता।
अगर श्रीसंत को ऐसा लगता है कि वह इससे बच कर किसी अन्य देश से खेल सकते है, तो उनका सोचना बेहद गलत है। जब तक बीसीसीआई उनपर से आजीवन प्रतिबंध को नहीं हटा देती, तब तक उनका किसी भी क्रिकेट के फाॅर्मट में भाग नहीं ले सकते।”
स्पाॅट फिक्सिंग ने कर दिया था कैरियर बर्बाद
गौरतलब है श्रींसत पर आईपीएल स्पाॅट फिक्सिंग मामले में प्रतिबंध लगा था। उनके साथ ही आईपीएल में राजस्थान राॅयल्स की टीम के दो और खिलाड़ियों पर भी बैन लगा था। इसी मामले में राजस्थान राॅयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को भई दो साल के लिए बैन कर दिया गया था। अब यह देखना बेहद दिलचस्प रहेगा क्या श्रींसत इसमें सफल रह पाते हैं या नहीं।