भारतीय टीम के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग भले ही अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट मैच से सन्यास ले चुके है,बावजूद इसके अपनी बेबाकी टिप्पणी से क्रिकेट फैंसो के बीच आ भी जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने साल 2019 में होने वाले विश्व कप के दौरान टीम इण्डिया के प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी की,जिसमें उन्होंने कहा कि अगर युवा खिलाड़ियों को महेन्द्र सिंह धोनी के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित किया जाए तो निश्चित रुप से वह अगले वर्ल्ड का खिताब हासिल कर सकती है।
कभी इन दिग्गजों ने की थी मेरी मदद
हाल ही में एक कार्यक्रम में शिरकत करने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीरेन्द्र सहवाग ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि, ‘एक युवा खिलाड़ी के रूप में मैने अपना पहला विश्व कप टूर्नामेंट सौरव गांगुली,सचिन तेंदुलकर,राहुल द्रविड़ और अनिल कुबंले के साथ साल 2003 में खेला था,तब इन दिग्गजों ने मेरी मदद की थी।’
अब धोनी को करना होगा ये काम
अपनी बात को जारी रखते हुए सहवाग ने कहा कि,
“वर्तमान में भारतीय टीम में शामिल युवा खिलाड़ियों के पास धोनी जैसे अच्छे वरिष्ठ खिलाड़ी है,जो युवा खिलाड़ियों के लिए अच्छा मार्गदर्शन दे सकते हैं और उन्हें साल 2019 वर्ल्ड कप के लिए तैयारी के लिए प्रशिक्षित कर सकते हैं.”
साल 2011 वर्ल्ड कप में था यह सीक्रेट प्लान
वहीं जब सहवाग से साल 2011 के वर्ल्ड कप के दौरान उनके अनुभव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया,जिसमें उन्होंने कहा कि,
“इस टूर्नामेंट से करीब दो साल पहले हमारी टीम की एक बैठक हुई थी,जहां पर हमने यह फैसला लिया था कि हम इस विश्व कप के हर एक मैच में इस तरह से खेल का प्रदर्शन करेंगे,जैसे नाॅकआउट का मैच हो। अगर हम हारे तो हम विश्व कप से बाहर हो गए समझो। हमने इसके सभी मैच में जीते और फाइनल में पहुंचे। इसी प्रकार हमने तैयारी की थी।”