ऋषभ पंत की मदद करने में मुझे अच्छे लगेगा : रिद्दिमान साहा

महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद रिद्दिमान साहा ने उनकी जगह ले ली, लेकिन चोट के कारण वो इंग्लैंड सीरीज से बाहर हो गये. जिसके बाद उनकी जगह टीम में ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ी को शामिल किया गया. जिन्होंने एक बल्लेबाज के रूप में खुद को साबित किया लेकिन विकेटकीपर के रूप में उन्हें सुधार करना होगा. अब रिद्दिमान साहा ने एक बड़ा खुलासा किया है.

विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्दिमान ने कहा पंत की मदद कर अच्छा लगा 

विकेटकीपर बल्लेबाज

अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्दिमान साहा को वेस्टइंडीज दौरे पर टीम से बाहर रखा गया. जहाँ पर उन्होंने युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की मदद की. साहा ने ऋषभ पंत के बारें में कहा कि

” फील्डिंग कोच आर श्रीधर और मैंने पंत को कुछ टिप्स दिए. पंत को पता है की क्या करना है. लेकिन छोटी-छोटी बातों से उसे मदद मिलेगी. मेरा लक्ष्य का है की मैं हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करूँ.” 

उन्होंने आगे कहा कि

” इसलिए जब मुझे भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिलेगा तो मैं उस भुना पाऊंगा. लेकिन अभी मेरा ध्यान इंडिया ए के लिए मैसूर में अच्छा करना पर है. मैं ज्यादा आगे के बारें में नहीं सोचता हूँ.” 

चोटिल होने पर क्या सोच रहे थे रिद्दिमान साहा 

ऋषभ पंत की मदद करने में मुझे अच्छे लगेगा : रिद्दिमान साहा

दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद चोटिल साहा ने अपने चोट से उभरने के बारें में बताते हुए कहा कि

” जब मैं टीम से बाहर बैठा तो मैं अपने लिए बुरा नहीं महसूस कर रहा था और ना की नकरात्मक बातें अपने दिमाग में ला रहा था. फिजियो ने मुझे बताया की यदि मैं 20 वर्ष का होता तो जल्दी ठीक हो जाता.”

उन्होंने आगे कहा कि

” लेकिन मैं 33 वर्ष का हूँ. इसीलिए मुझे ठीक होने में ज्यादा समय लग गया. ये सब मैं अपने दिमाग में रखता था और ट्रेनिंग के समय का आनंद उठाता था.” 

टीम से बाहर होने पर निराश नहीं है विकेटकीपर बल्लेबाज 

ऋषभ पंत की मदद करने में मुझे अच्छे लगेगा : रिद्दिमान साहा

वेस्टइंडीज दौरे पर खेलने का मौका ना मिलने पर रिद्दिमान साहा ने कहा कि

“मेरे कुछ दोस्त और परिवार के लोग नाराज थे की मैं उस समय ज्यादा ध्यान नहीं रहा था इस पर जब मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा था. लेकिन मैं टीम में अपनी जगह खोने की वजह से निराश नहीं हूँ. बचपन से ही मैं हमेशा सकरात्मक सोच रखने वाला इंसान रहा हूँ.”