अगस्त के पूरे महीने भारतीय क्रिकेट फैंस टीवी से चिपक कर बैठने वाले हैं। विश्व की दो बेहतरीन टीमें कुल पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में एक दूसरे के खेल का इम्तिहान लेने वाली हैं। अब इस सीरीज में जीत के लिए सौरव गांगुली ने फार्मूला दिया है।
यह सीरीज 1 अगस्त से शुरू हो रही है। इसे पहले दोनों टीम सीमित वोरों के खेल में भिड़ चुकी है। टी-20 मुकाबले में जहां भारत को 2-1 से जीत मिली, वहीं एकदिवसीय श्रृंखला में भारत को 2-1 से पराजय का सामना करना पड़ा।
टेस्ट सीरीज से पूर्व भारत ने इंग्लैंड के चैम्सफोर्ड में एसेक्स के विरुद्ध तीन दिवसीय अभ्यास मुकाबला खेला। इस मुकाबले के बाद अब भारतीय टीम मैनेजमेंट और कप्तान विराट के लिए प्लेयिंग 11 की राह थोड़ी आसान होती दिखी। दरअसल इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम टेस्ट मुकाबलों के लिए कुल तीन सलामी बल्लेबाजों के साथ आई हैं। पहले शिखर धवन , दूसरे मुरली विजय और तीसरे के एल राहुल।
सौरव गांगुली ने सलामी बल्लेबाज की मुश्किल का दिया समाधान
इंडिया टीवी से बात करते हुए सौरव गांगुली ने कहा कि भारत को टेस्ट सीरीज में केएल राहुल और मुरली विजय के साथ उतरना चाहिए। इसमें कोई दो राय नहीं कि धवन सफेद गेंद क्रिकेट के लिए बेहतरीन सलामी बल्लेबाज हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन एशियाई महाद्वीप से बाहर कुछ खास नहीं रहा हैं। एसेक्स के विरुद्ध दोनों पारियों में धवन शून्य पर आउट हो गए। जबकि मुरली और राहुल दोनों ने अर्धशतकीय पारियां खेली।
टेस्ट मैचों के आकड़े भी धवन के पक्ष में नहीं
ऑस्ट्रेलिया में धवन ने तीन टेस्ट खेले हैं जहां उनके बल्ले से छह पारी में 167 रन आए। इंग्लैंड में भी उन्होंने तीन टेस्ट खेले हैं जिसमें छह पारी में सिर्फ 122 रन ही बना सके। साउथ अफ्रीका और वेस्ट इंडीज में भी उन्होंने इतने ही मैच खेले हैं जहां उनके बल्ले से 108 और 138 रन आए।
अंत में सौरव ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं की भारत में धवन का टेस्ट रिकॉर्ड काफी अच्छा हैं। उनके बल्ले से शतक भी देखने को मिले हैं। लेकिन विदेशी पिचों पर उनका हाल बुरा रहा हैं। अब देखना होगा टीम मैनेजमेंट क्या निर्णय लेती हैं।