इस गेंदबाज ने पहली बार वैसलीन की मदद से की थी बॉल टेंपरिंग, भारतीय टीम के खिलाफ रचा था षड्यंत्र

क्रिकेट के मैदान में गेंद के साथ छेड़छाड़ करने के लिए नए नए तरीके इजात किये जाते रहे हैं. क्रिकेटर्स तरह तरह की तकनीक अपना गेंद के साथ छेड़छाड़ करते आये हैं. आपको जान कर हैरानी होगी कि सबसे पहले वैसलीन का प्रयोग कर बॉल टेंपरिंग यानि गेंद के साथ छेड़छाड़ की गयी थी.
दरअसल इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज जॉन लेवर ने सबसे पहले बॉल टेम्परिंग की थी.
इस गेंदबाज ने पहली बार वैसलीन की मदद से की थी बॉल टेंपरिंग, भारतीय टीम के खिलाफ रचा था षड्यंत्र
1977 में भारत दौरे पर आई इंग्लैंड टीम के गेंदबाज जॉन लेवर ने पहली बार वैसलीन का यूज़ कर बॉल टेंपरिंग की घटना को अंजाम दिया था. टेस्ट सीरिज का तीसरा मैच चेन्नई में खेला जा रहा था. इंग्लैंड के 262 रन के बाद भारतीय इनिंग्स 164 पर खत्म हो गई. यहां भी जॉन लेवर ने 59 पर 5 विकेट चटका दिए थे. इससे अंपायर को भी उनपर शक हुआ. तभी अंपायर के हाथ स्वेट स्ट्रिप लग गई जिसपर उन्हें वैसलीन के होने का शक हुआ. अंपायर ने इसकी जानकारी तत्काल भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी और इंग्लैंड के कप्तान टोनी ग्रेग को दी. ये जानकारी मिलते ही बिशन सिंह ने मीडिया के सामने इंग्लैंड टीम की पोल खोल दी.
इस गेंदबाज ने पहली बार वैसलीन की मदद से की थी बॉल टेंपरिंग, भारतीय टीम के खिलाफ रचा था षड्यंत्र
इस दौरान सीरीज के पहले ही मैच से जॉन चर्चा का विषय बने हुए थे क्योंकि उन्होंने दिल्ली में खेले गए सीरीज के पहले और अपने डेब्यू मैच में ही 46 रन पर 7 विकेट और 24 रन पर 3 विकेट चटका दिए थे. वहीं चेन्नई में भी उनकी चौंकाने वाली स्विंग देखकर भारतीय टीम के कप्तान रहे बिशन सिंह बेदी को संदेह हुआ.

इस मामले के आने के बाद बॉल को जांच के लिए भेज दिया गया, जिसपर वैसलीन के होने की पुष्टि हुई. हालांकि, इंग्लैंड टीम के फिजियो ने बचाव करते हुए ये बयान दिया था कि खिलाड़ियों की आंख में पसीना न आए इसी वजह से उनके माथे पर पैट्रोलियम जैली लगाई गई थी. हालांकि, टेंपिरिंग के आरोप लगने के बाद बॉल जॉन लेवर क्रिकेट फैन्स की नजरों में विलन बन गए थे.

Anurag Singh

लिखने, पढ़ने, सिखने का कीड़ा. Journalist, Writer, Blogger,