Joe Root And Jonny Bairstow ENG vs IND 1

ENG vs IND: इंग्लैंड और भारत के बीच खेला गया पिछले साल शुरू हुई पटौदी ट्रॉफी का स्थगित किया गया आखिरी टेस्ट मैच अंजाम तक पहुंच गया है। एजबेस्टन में खेले गए इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में मेजबान टीम इंग्लैंड ने 7 विकेटों से जीत अपने नाम की है। इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने मुकाबले की शुरुआत से पहले टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है।

टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 416 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड अपनी दूसरी पारी में 284 रनों पर सिमट गई थी। जिसके चलते 132 रनों की बढ़त के साथ दूसरी पारी की शुरुआत करने वाली टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 245 रन बनाने की वजह से इंग्लैंड को 378 रनों का लक्ष्य दिया था। जिसे उन्होंने आक्रमक अंदाज में सिर्फ 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया है। इंग्लैंड और भारत के बीच ये टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई है।

ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने पहली पारी में बने संकट मोचक

Rishabh Pant and Ravindra Jadeja

टॉस गँवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया की पारी का आगाज बेहद साधारण हुआ था। एक नई सलामी जोड़ी के साथ मैदान में उतरने वाली भारतीय टीम का कोई भी दांव शुरुआत में चलता हुआ नजर नहीं आया, सिर्फ 98 रनों के स्कोर पर टीम इंडिया के 5 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे। इस दौरान शुभमन गिल, हनुमा विहारी, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और श्रेयस अय्यर मामूली योगदान देकर आउट हुए।

जिसके बाद भारत की पारी को आगे लेकर जाने के जिम्मा ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने अपनी कंधों पर लिया। 98 के संयुक्त स्कोर के बाद इन दोनों बल्लेबाजों ने 222 रनों की साझेदारी की। इस बीच ऋषभ पंत ने 146 और रवींद्र जडेजा ने 104 रनों की पारी खेली। इसके बाद अंत में जसप्रीत बुमराह ने 16 गेंदों में 31 रन जड़कर टीम इंडिया का पहली पारी का स्कोर 416 तक पहुंचाया।

जॉनी बेयरस्टो ने शतक से किया जवाबी हमला

Bairstow 1

इंग्लैंड ने भी अपनी पहली पारी की शुरुआत में अपने सलामी बल्लेबाजों को जल्दी गंवा दिया था। एलेक्स लीस और जैक क्रॉली क्रमश: 6 और 9 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद ओली पोप(10) और जो रूट(31) भी लंबी पारी खेलने में असफल हुए। इंग्लैंड ने जैक लीच के रूप में नाइट वॉचमैन भेजने की रणनीति बनाई थी। लेकिन वे भी फेल हुए और शून्य पर ही आउट हो गए।

सिर्फ 84 रनों के स्कोर पर इंग्लैंड की आधीटीम पवेलियन में बैठ चुकी थी। जिसके बाद शानदार फॉर्म में चल रहे जॉनी बेयरस्टो मैदान में आए और मुकाबले का रुख पलटने की फिराक में लग गए। उनका साथ देने के लिए कप्तान बेन स्टोक्स और सैम बिलिंगस ने भी अहम पारी खेली। लेकिन पहली पारी में इंग्लैंड के सबसे बड़े नायक जॉनी बेयरस्टो रहे जिनकी बदौलत इस टीम ने पहली पारी में 284 रनों का आंकड़ा हासिल किया।

दूसरी पारी में पंत-पुजारा की जोड़ी ने बचाई टीम इंडिया की लाज

IND vs AUS 2021
Rishabh pant and Pujara

इंग्लैंड को मात्र 284 रनों पर रोकने के बाद 132 रनों की बढ़त के साथ दूसरी पारी की शुरुआत करने उतरी टीम इंडिया को पहला झटका शुभमन गिल के रूप में पहले ही ओवर में लग गया था। इसके बाद हनुमा विहारी(11) और विराट कोहली(20) भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। इस बीच चेतेश्वर पुजारा लगातार क्रीज पर जमे थे, उनका साथ देते हुए ऋषभ पंत ने 78 रनों की साझेदारी की, लेकिन 153 के संयुक्त स्कोर पर भारत ने अर्धशतक जमा चुके पुजारा को गंवा दिया था।

पुजारा का विकेट गिरते ही टीम इंडिया का कोई भी बल्लेबाज साझेदारी करने में कामयाब नहीं हुआ। ऋषभ पंत 67 रन के निजी स्कोर पर जैक लीच का शिकार हुए, श्रेयस अय्यर और रवींद्र जडेजा भी क्रमश: 19 और 23 रन बनाकर आउट हुए। जिसके चलते टीम इंडिया 245 रनों पर सिमट गई और 132 रनों की बढ़त के साथ 378 रनों का लक्ष्य देने में कामयाब हो पाई।

ENG vs IND: जो रूट और जॉनी बेयरस्टो ने इंग्लैंड को दिलाई ऐतिहासिक जीत

Joe Root And Jonny Bairstow ENG vs IND

378 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की सलामी जोड़ी एलेक्स लीस(56) और जैक क्रॉली(46) ने आक्रमक रुख अपनाते हुए पारी की शुरुआत की थी। पिछली सीरीज में पूरी तरह से फ्लॉप हुए इन दोनों बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में भारत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। महज 22 ओवर के भीतर ही इंग्लैंड टीम ने 107 रन बना लिए थे। ऐसे में ये टीम लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रही थी। लेकिन इसके बाद 2 रनों के भीतर 3 विकेट गिरने के बाद इंग्लैंड बैकफुट पर आना शुरू हुई।

एक के बाद एक तीन विकेट गिरने के बाद टीम इंडिया की ENG vs IND मैच में वापसी होने ही वाली थी। लेकिन इस समय इंग्लिश टीम के 2 सबसे घातक बल्लेबाज जो रूट (142*)और जॉनी बेयरस्टो(114*) के क्रीज पर आते ही सारे कयासों पर विराम लग गया।

रूट और जॉनी की जोड़ी मैच के अंत तक भारतीय गेंदबाजों के आगे चट्टान बनकर खड़े रही और सभी गेंदबाजों को बेअसर करते चले गए। दोनों ही बल्लेबाजों ने अपने-अपने शतक पूरे करते हुए चौथे विकेट के लिए  रनों की साझेदारी के अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई है। जिसके चलते पटौदी ट्रॉफी की ये सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई है।