टी-20 क्रिकेट के आखिरी ओवर में इस खिलाड़ी ने नहीं बनाने दिए 6 रन

155.9 से 163 ग्राम के बीच वजन वाला छोटा सा गेंद जिसे गेंदबाज की उंगलियां नचाती हैं और गेंद बल्लेबाज को नचा देती हैं। इंग्लैंड में खेले जा रहे वाइटेलिटी ब्लास्ट में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। क्रिकेट में ऐसे रोमांचक मैच जहां गेंदबाज को टी-20 मुकाबले में 7 के अंदर रन आखिरी ओवर में रोकने हो और गेंदबाज यह कारनामा कर जाए बहुत कम ही देखने को मिलते हैं।

इसका एक उदाहरण हैं पहले टी-20 विश्वकप के फाइनल में जोगिंदर शर्मा का वह आखिरी ओवर

टी-20 क्रिकेट के आखिरी ओवर में इस खिलाड़ी ने नहीं बनाने दिए 6 रन
Pic credit: Getty images

ऐसा एक नजारा भारतीय फैंस ने 2007 टी-20 विश्वकप में देखा था। जब फाइनल मुकाबले में मैदान पर लिए गए निर्णय से पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सबको चौंका दिया था। गेंद जोगिंदर शर्मा के हाथ में दी गई थी और भारत ने इतिहास रच दिया था।

वाइटेलिटी ब्लास्ट में ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला

यह मुकाबला इंग्लैंड की नार्थ ग्रुप की दो टीमें डरहम और लंकाशायर के बीच खेला गया। पहले आपको बता दे कि वाइटेलिटी ब्लास्ट के पिछले 2017-18 सीजन में नार्थ ग्रुप में सबसे निचले स्थान पर रही थी डरहम। कुल 14 मुकाबलों में 3 जीत के साथ कमाए थे 3 अंक। वहीं अगर बात लंकाशायर की कि जाए तो यह टीम पिछले सत्र 14 मुकाबलों में पांच जीत के साथ नार्थ ग्रुप के नौ टीमों में 7वें स्थान पर थी।

टी-20 क्रिकेट के आखिरी ओवर में इस खिलाड़ी ने नहीं बनाने दिए 6 रन
Pic credit: Getty images

अब 2018-19 वाइटेलिटी ब्लास्ट के इस सीजन में यह दोनों टीम एक दूसरे से 7 अगस्त यानी मंगलवार को भिड़ी। इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए डरहम ने 20 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर कुल 154 रन बनाए। डरहम की तरफ से 35 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज विल स्मिथ ने सबसे अधिक 37 रन बनाए। अपनी 32 गेंद की इस नाबाद पारी में उन्होंने 3 बेहतरीन छक्के लगाए। वहीं लंकाशायर की तरफ से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज जेम्स फॉल्कनर,भारतीय गेंदबाज ज़हीर खान और इंग्लिश गेंदबाज लैम्ब के नाम दो-दो विकेट रहे।

टी-20 क्रिकेट के आखिरी ओवर में इस खिलाड़ी ने नहीं बनाने दिए 6 रन
Pic credit: Getty images

154 रनों का पीछा करने उतरी लंकाशायर को पहला झटका मात्र 6 रनों के निजी स्कोर पर लग गया। इसके बाद टीम ने बल्लेबाजी में शानदार खेल दिखाया। लंकाशायर की तरफ से सलामी बल्लेबाज ए एल डेविस ने सबसे अधिक 53 रनों की पारी खेली। वहीं डरहम की तरफ से 19 वर्षीय लियाम ट्रेवास्किस ने 4 ओवरों में मात्र 16 रन दे 4 विकेट अपने नाम किए।

आखरी ओवर का रोमांच शब्दों में, वीडियो भी उपलब्ध

मैच बड़े ही रोमांचक मोड़ पर था लंकाशायर 154 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच के आखिरी ओवर तक पहुंच गई थी। अब बची छह गेंदों पर लंकाशायर को मात्र 6 रनों की दरकार थी और हाथ में थे 4 विकेट।

बैटिंग स्ट्राइक पर मौजूद थे जेम्स फॉल्कनर और गेंदबाजी पर डरहम की तरफ से 6 रन बचाने के लिए आए 19 वर्षिय बाएं हाथ के पार्ट टाइम स्पिनर लियाम ट्रेवास्किस। आखिरी ओवर की पहली गेंद पर फॉल्कनर ने गेंद सीधी मारी जिसे गेंदबाज ने रोक लिया और कोई रन नहीं मिला। दूसरी गेंद फॉल्कनर ने सीधा लांग ऑन की तरफ हवा में मारी और कैच आउट हो गए। तीसरी गेंद पर फिर कोई रन नहीं दिया और अगली चौथी गेंद पर बल्लेबाज लैंब को स्टंप करा दिया।

दो गेंद पर लंकाशायर को जीत के लिए अभी भी 6 रनों की जरूरत थी लेकिन अगली ही गेंद पर पार्किंसन चलते बने।अपनी पांच गेंद में उन्होंने लंकाशायर के तीन बल्लेबाजों को आउट कर सनसनी मचा दी थी। अंतिम गेंद पर लेस्टर सिर्फ सिंगल ही ले पाए और डरहम ने इस मुकाबले को 4 रन से अपने नाम कर लिया।