निदहास ट्राफी में छक्का मार भारत को जीत दिलाने वाले दिनेश कार्तिक ने सौरव गांगुली के साथ हुए अपने एक दिलचस्प घटना का जिक्र किया है। महेंद्र सिंह धोनी से पहले भारतीय टीम के हिस्सा बने कार्तिक एक शानदार विकेटकीपर बल्लेबाज है। जब से धोनी ने भारीतय विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली ,कार्तिक को स्टैंड बाई की जगह से ही संतुष्ट रहना पड़ा है।
निदहास ट्राफी में छक्का मार दिलाई थी जीत
इस साल भारत को निदहास ट्राफी फाइनल में जीत दिलाने के बाद कार्तिक की फैन फॉलोइंग काफी बढ़ी। ये ही वजह थी की कार्तिक के कंधों पर आईपीएल में कोलकाता नाईट राइडर्स की जिम्मेदारी दी गई। इस जिम्मेदारी पर कार्तिक खरे भी उतरे और इस आईपीएल कोलकाता तीसरे पायदान पर रही।
क्यों नाराज़ हुए थे दादा?
गौरव कपूर के शो “ब्रेकफास्ट विथ चैंपियंस” के सीजन- 5 में दिनेश कार्तिक ने गांगुली के साथ हुए अपने एक घटना का जिक्र किया है। उनका कहना है कि इस घटना से वो बहुत घबरा से गए थे। यह घटना साल 2004 में चैंपियंस ट्रॉफी की है।
पाकिस्तान के खिलाफ़ भारत का एक महत्वपूर्ण मुकाबला चल रहा था। इस मैच के दौरान टीम इंडिया को विकेट की जरूरत थी और टीम इंडिया अपने ऊपर काफ़ी दबाब महसूस कर रही थी। इसी दौरान भारत को एक सफलता मिली जिसकी उन्हें काफी जरूरत थी। उस समय कार्तिक मात्र 18 साल के थे और टीम का हिस्सा भी थे।
उन्होंने बताया कि इस विकेट के बाद ड्रिंक्स ब्रेक हुआ और गांगुली सर्कल बना खिलाड़ियों से कुछ बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान कार्तिक ड्रिंक्स ले कर मैदान में पंहुचे और ड्रिंक्स ले जाते वक़्त उनका पैर फिसला और वो दादा पर गिर गए। दादा को गुस्सा आ गया और वो चिल्ला कर बोले कहाँ से मिल जाते है ऐसे खिलाड़ी? कौन है ये? इस घटना के बाद टीम के सदस्यों ने उनका निक नेम छोटा चीका रख दिया। उनका मानना है कि वो बहुत यंग थे शायद इसलिए इस घटना से उनका कोई नुकसान नहीं हुआ।