Karthik compares Chandrakant Pandit to Alex Ferguson After MP Won The Ranji Trophy Final 2021-22

Dinesh Karthik: रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खत्म होने के बाद टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने एमपी के कोच तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े हैं. अपनी कोचिंग में पहली बार इस टीम को चंद्रकांत पंडित रणजी ट्रॉफी का खिताब जिताया है.

67 साल के इतिहास में आज तक मध्यप्रदेश की टीम इस ट्रॉफी को उठाने का सुख नहीं ले सकी थी. लेकिन, चंद्रकांत पंडित ने वो कर दिखाया है. उनके लंबे संघर्ष को सफल होते देख दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) भी उनके फैन हो गए हैं और उन्होंने इस ट्रॉफी का एलेक्स फर्ग्यूसन का नाम किसे दिया है इसके बारे में भी आपको बता देते हैं.

Dinesh Karthik ने खास अंदाज में MP के कोच की तारीफ में पढ़े कसीदे

Karthik compares Chandrakant Pandit to Alex Ferguson

घरेलू सर्किट में एक कोच के तौर पर चंद्रकांत की शानदार निरंतरता तारीफ के काबिल है और एमपी के हाथ में ट्रॉफी आने के बाद उनकी वाहवाही भी हो रही है. लेकिन, दिनेश कार्तिक ने मध्यप्रदेश के कोच की तारीफ खास अंदाज में की है. उन्होंने चंद्रकांत पंडित की तुलना महान फुटबॉल मैनेजर सर एलेक्स फर्ग्यूसन से कर दी है.

कार्तिक (Dinesh Karthik) ने अपने ट्वीट में चंद्रकांत पंडित को चंदू सर के नाम से संबोधित करते हुए लिस्ट के जरिए बताया है कि उन्हें क्यों लगता है कि वो इतने कामयाब कोच हैं. भारतीय क्रिकेटर ने चंद्रकांत को रणजी के एलेक्स फर्ग्यूसन के नाम से सम्मानित किया है.

मशहूर फुटबॉलर हैं एलेक्स फर्ग्यूसन

Alex Ferguson

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एलेक्स फर्ग्यूसन फेमस फुटबॉल प्रबंधक रहे हैं. जिनके साथ कार्तिक (Dinesh Karthik) ने एमपी के कोच की तुलना की है. एलेक्स फर्ग्यूसन ने मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ 13 प्रीमियर लीग खिताब पर कब्जा किया है. जबकि चंद्रकांत पंडित के करियर पर एक नजर दौड़ाएं तो यह रणजी टीम के नेतृत्व में पंडित की छठी ट्रॉफी थी.

23 साल बाद चंद्रकांत ने पूरा किया टीम का सपना

 Dinesh Karthik on Chandrakant Pandit

इससे पहले उन्होंने मुंबई (3 बार), और विदर्भ (2 बार) को रणजी ट्रॉफी का खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. चंद्रकांत पंडित 1998/99 में कर्नाटक से फाइनल में हारने वाली एमपी के कप्तान थे. भले ही कप्तान के तौर पर उन्हें ये सफलता नहीं मिली. लेकिन, 23 साल बाद कोच के तौर पर एमपी को ट्रॉफी जिताते हुए उन्होंने इस सपने को भी पूरा कर दिया है. ऐसे में कार्तिक (Dinesh Karthik) की ओर से की गई तारीफ वाकई कोच के लिए बेहद स्पेशल है.