चेतेश्वर पुजारा

भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा सफल रहा। टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर विश्व क्रिकेट में अपनी मजबूती का डंका बजा दिया। द वॉल के नाम से विश्व क्रिकेट में पहचाने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने फाइनल टेस्ट मैच में टीम को जीत दिलाने के लिए शरीर पर ढेरों गेंदें खाईं, लेकिन उनके अडिग इरादों को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज हिला नहीं सके और 211 गेंद पर 56 रन बनाकर पवेलियन लौटे।

आलोचकों को पुजारा ने दिया करारा जवाब

चेतेश्वर पुजारा

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चेतेश्वर पुजारा को अपनी धीमी बल्लेबाजों के लिए आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। दिग्गज खिलाड़ी उनकी स्लो बैटिंग को क्रिटिसाइज करते रहे, लेकिन पुजारा ने अपना गेम वैसे ही खेला, जो उनको ठीक लगता था। अब ऑस्ट्रेलिया पर इतिहास रचने के बाद भारत लौटकर चेतेश्वर पुजारा ने अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा,

“एक बल्लेबाज के तौर पर मैं जानता हूं कि टीम पर क्या सूट करता है। आपको बस अपने तरीकों पर भरोसा करना होगा। इसके अलावा उंगली की चोट के कारण मेरे लिए बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। मैं कुछ दर्द में था। मेलबर्न में ट्रेनिंग सेशन के दौरान मुझे चोट लगी थी। जब मैं सिडनी और ब्रिसबेन में बल्लेबाजी कर रहा था, तब बल्ले को ठीक से पकड़ना आसान नहीं था। जब ब्रिसबेन में मुझे फिर से चोट लगी तो मेरा दर्द बढ़ गया। मुझे चार उंगलियों से बल्ले को पकड़ना था। यह स्वाभाविक नहीं था।”

अजिंक्य रहाणे की कप्तानी की तारीफ

एडिलेट टेस्ट मैच के बाद विराट कोहली पैतृक अवकाश के लिए भारत लौट आए थे। तब अजिंक्य रहाणे ने टीम की कमान संभाली और हर मुश्किल का डटकर सामना किया। विराट के जाने के बाद कई अनुभवी खिलाड़ी चोटिल हुए मगर फिर भी रहाणे ने अपने खिलाड़ियों का जिस तरह समर्थन किया, वह वाकई काबिल-ए-तारीफ रहा। जब पुजारा से विराट-रहाणे की कप्तानी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा,

“मैं किसी तुलना में नहीं जा रहा हूं। विराट वापस चले गए थे, हम पहला टेस्ट हार गए थे, कई खिलाड़ी चोटिल थे. यहां तक कि अगर विराट होता तो कई प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने पर कप्तान के तौर पर उसे भी मुश्किलें होती। यह वास्तव में सराहनीय था जिस तरह से अजिंक्य रहाणे अपने गेंदबाजों का समर्थन कर रहे थे। वह वास्तव में शांत था। पहली हार के बावजूद हम एकजुट रहे और विश्वास करते रहे कि हम इस सीरीज को जीत सकते हैं।”

हल्के में नहीं ले सकते इंग्लैंड को

चेतेश्वर पुजारा

इंग्लैंड क्रिकेट टीम भारत आ चुकी है। दोनों ही टीमें इस वक्त चेन्नई में क्वारेंटीन अवधि में हैं। 2 फरवरी से वह प्रैक्टिस के लिए मैदान पर उतरेंगी और 5 फरवरी को टेस्ट सीरीज का पहला मैच चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम में खेला जाएगा। इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली घरेलू टेस्ट सीरीज के बारे में पुजारा ने कहा कि,

“चेन्नई और अहमदाबाद दोनों ही भारत के लिए अच्छे रहे हैं। हमें अपनी जमीन पर खेलने का फायदा मिलेगा लेकिन इंग्लैंड बेहतर टीम और हम चीजों को हल्के में नहीं ले सकते। उन्होंने हालिया सीरीज में श्रीलंका में अच्छा प्रदर्शन किया है।”