दुनिया में कई अजीबो- गरीब एक्शन वाले गेंदबाज पैदा हुए जिन्हें खेल पाना बल्लेबाजों के लिए टेढ़ी खीर सा लगता था. उन्होंने अपनी एक्शन की वजह से विश्वक्रिकेट में एक अलग पहचान भी बनाई. हालांकि गेंदबाज का एक्शन कितना भी अटपटा हो लेकिन यह तो एक बल्लेबाज समझ ही जाएगा कि यह स्पिन गेंदबाजी कर रहा हैं या तेज़. लेकिन क्रिकेटजगत में एक गेंदबाज ऐसा भी रहा जिसको वर्षों तक खेलने के बावजूद भी कोई नहीं समझ पाया कि यह तेज़ गेंदबाज है स्पिन.
जी हाँ, ऐसा हुआ है. भले ही आपको सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा हो. दरअसल, इस खिलाड़ी का नाम है डेरेक अंडरवुड, आज 73 साल के हो चुके अंडरवुड एक समय इंग्लिश क्रिकेट टीम के सबसे रहस्यमयी गेंदबाज हुआ करते थे. आमतौर पर स्पिनर एक या दो कदम का रनअप लेकर बॉलिंग करते हैं, मगर अंडरवुड मीडियम पेसर की तरह भागकर आते थे और गेंद स्पिन फेंकते थे. उनकी यही कला, उन्हें सबसे अलग बनाती थी. ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा में डेरेक को स्लो लेफ्ट ऑर्म ऑर्थोडॉक्स गेंदबाज लिखा गया है.
अपनी एक्शन की वजह से इस गेंदबाज ने विश्वक्रिकेट में खूब कोहराम मचाया. 112 इंटरनेशनल मैच खेल चुके इंग्लैंड के इस गेंदबाज ने अपनी टीम को कई ऐसे मैच जिताये जिसमें जीतने की उम्मीद किसी को नहीं थी. 1968 की बात है, ऑस्ट्रेलियाई टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने इंग्लैंड आई थी. शुरुआत चार मैचों में मेजबान इंग्लैंड को तो जीत नहीं मिली मगर आखिरी मैच खेलने जब ओवल मैदान पर उतरे, तो नजारा कुछ अलग था. चौथी पारी में कंगारुओं को 352 रन का लक्ष्य मिला, सभी को लगा ऑस्ट्रेलिया यह मैच आसानी से जीत जाएगी मगर फिर इंग्लिश गेंदबाज अंडरवुड ने ऐसा जादू चलाया कि पूरी कंगारू टीम 125 रन पर ढेर हो गई. इंग्लिश टीम यह मैच 226 रन से जीत गई.
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के अनुसार, बाएं हाथ के गेंदबाज अंडरवुड एक सेशन में सबसे कम उम्र में 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, उन्होंने यह कारनामा 18 साल की उम्र में करके दिखाया था. यही नहीं 39 साल की एज में उन्होंने केंट की तरफ से खेलते हुए पहला फर्स्ट क्लॉस शतक भी लगाया था. अंतरराष्ट्रीय करियर की बात करें तो, अंडरवुड ने 86 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 297 विकेट चटकाए. यही नहीं वनडे में 26 मैचों में 32 विकेट उनके नाम दर्ज हैं. साल 1982 में इस गेंदबाज ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.