BCCI-SL vs IND

सीनियर टीमों की गैरमौजूदगी में बीसीसीआई (BCCI) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने बीते बुद्धवार को बड़ी अपडेट दी है. एक तरफ जहां भारत की एक टीम इंग्लैंड पहुंची हुई है, तो वहीं दूसरी टीम श्रीलंका (Sri Lanka) जाने की तैयारी कर रही है. सभी खिलाड़ी मुंबई में 14 दिन के लिए क्वारंटीन हो चुके हैं. ऐसे में दो टीमों का एकसाथ खेलने का ये फॉर्मूला कब तक दर्शक देख पाएंगे इसे लेकर उन्होंने बड़ी अपडेट दी है.

खिलाड़ियों का बोझ होगा कम

BCCI

दरअसल कोरोना महामारी के बीच खड़ी हुई समस्या के बीच एक साथ दो टीमों को विदेशी दौरे पर भेजने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में कुछ वक्त तक दो अलग वेन्यू पर दो टीमें देखने को मिल सकती हैं. इस फॉर्मूले से द्विपक्षीय सीरीज के आयोजन के अलावा और भी फॉर्मेट में खेलने वाले खिलाड़ियों को बायो बबल की थकान से थोड़ी बहुत राहत मिलेगी. शिखर धवन के नेतृत्व में पहली बार युवा बी टीम जुलाई महीने में श्रीलंका दौरे पर जाने वाली है.

यहां पर टीम को 3 वनडे और 2 टी20 सीरीज खेलनी है. इस दौरान इंग्लैंड में भारत की पहली सीनियर टीम अंग्रेजों के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की तैयारी में जुटी होगी. इस बारे में ब्रिटेन जाने से पहले ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि, बायाे बबल से ब्रेक के अलावा खिलाड़ियों के काम के बोझ काे मैनेज करने की आवश्यकता है.

एक साथ ज्यादा द्विपक्षीय सीरीज हो सकेगी आयोजित

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इस बारे में बातचीत करते हुए बीसीसीआई (BCCI) कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने बताया कि,

‘ये निश्चित संभावना है कि भारत युवा टीम के साथ सीमित ओवरों की एक और सीरीज खेल सकती है. जब सीनियर खिलाड़ी कहीं और खेल रहे हों या फिर उन्हें किसी भी तरह की ब्रेक की आवश्यकता हो. इन मामलों में कोरोना से जुड़े प्रतिबंध पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है.’

यह (दो भारतीय टीम) भारतीय टीम की मजबूत बेंच स्ट्रेंथ को दिखाता है और हमें ज्यादा द्विपक्षीय सीरीज के आयोजन का मौका देता है और बाकी बोर्ड की भी मदद करता है. जो इस वक्त महामारी की समस्या के चलते वित्तीय चुनौतियों से जूझ रहे हैं.’

उन्होंने इस सिलसिले में आगे बातचीत करते हुए कहा कि, ‘बीते 18 महीने में द्विपक्षीय क्रिकेट के नुकसान से निपटने के लिए नई योजनाओं को लाना जरूरी है.’ श्रीलंका के खिलाफ इस साल चुनी गई टीम में उन 6 नए युवा चेहरों को मौका दिया गया है. जिन्होंने अभी तक एक भी अंतर्राष्ट्रीय मैच का हिस्सा नहीं रहे हैं. ये सभी मुकाबले कोलंबो में आयोजित होंगे.

महिला टीम के खेल को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड उठा रहा सभी कदम

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अक्सर महिला क्रिकेट टीम को पुरूष के मुकाबले कम तरजीह मिलने की वजह से बीसीसाआई (BCCI) आलोचनाओं का पात्र बनी रही है. इस बारे में बात करते हुए धूमल ने कहा कि,

“बोर्ड देश में खेल को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी फैसलों पर काम कर रहा है. भारतीय बोर्ड के अंतर्गत आने के बाद महिला क्रिकेट ने लंबा सफर तय किया है. भविष्य में खेल और भी ज्यादा विकास करेगा और बोर्ड उभरती हुई महिला क्रिकेटरों को ज्यादा एक्सपीरियंस और मौके देने में किसी तरह का कसर नहीं छोड़ेगा.

बोर्ड ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले दौरों के साथ आगामी साल में वर्ल्ड कप खेलने से पहले टीम को ज्यादा मैच खिलाने की कोशिश की है.”

वुमेंस चैलेंज लीग होना मुश्किल

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आगे इसी सिलसिले में बात करते हुए धूमल ने एक और बड़ी अपडेट दी. उन्होंने कहा कि,

‘हमें महिला टीम को दोबारा से टेस्ट मैच खेलते हुए देखकर काफी खुशी है और खिलाड़ियों हम शुभकामनाएं देते हैं. लेकिन, आईपीएल के दौरान वुमेंस चैलेंज करा पाना बीसीसीआई (BCCI) के लिए काफी मुश्किल होगा.

क्योंकि जब आईपीएल का दूसरा चरण शुरू होगा तो टीम को 19 सितंबर से ऑस्ट्रेलिया में 3 वनडे, 1 डे-नाइट टेस्ट और 3 टी20 मैच खेलने हैं. दरअसल ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहुंचने के बाद सभी क्रिकेटर्स को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन प्रक्रिया से गुजरना होगा.

इस बारे में उन्होंने कहा कि, ‘मौजूदा कार्यक्रम के मुताबिक आईपीएल के दौरान वुमेंस चैलेंज की जगह तलाशना बेहद मुश्किल भरा काम है.’