टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के पिता मोहम्मद गौस ने आखिरी सांस ली. सिराज के पिता पिछले कुछ वक्त से फेफड़ो की बीमारी से जूझ रहे थे. सिराज के पिता की मौत के बाद बीसीसीआई ने इस तेज गेंदबाज के साथ हमदर्दी जताई है. बीसीसीआई ने सिराज को ऑस्ट्रेलिया से भारत लौटने की पेशकश की लेकिन इस विकल्प का जवाब देते हुए सिराज ने कुछ ये बात कही.
सिराज के भारत लौटने पर बीसीसीआई ने की पेशकश
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने शनिवार को एक प्रेस रिलीज जारी की, जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए लिखा था कि
“बोर्ड ने मोहम्मद सिराज से बातचीत की है. बीसीसीआई ने सिराज को भारत लौटने का विकल्प दिया लेकिन इस तेज गेंदबाज ने टीम इंडिया के साथ बने रहने का फैसला किया. मोहम्मद सिराज के इस फैसले का बीसीसीआई ने सम्मान किया और मुश्किल वक्त में उन्हें सांत्वना दी.”
Team India fast bowler Mohammed Siraj lost his father. Siraj has decided to stay with the Indian contingent.
The BCCI shares his grief and will be supportive of Siraj in this extremely challenging phase.
Statement: https://t.co/bi8CkrZ2Lc pic.twitter.com/u22O4XtpcA
— BCCI (@BCCI) November 21, 2020
सिराज पिता का सपना पूरा करना चाहते हैं
टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया में रुकने का फैसला अपने पिता के सपने की वजह से किया है. अपने पिता के निधन के बाद सिराज ने शुकवार को कहा था कि
“मेरे पिता का सपना था कि मैं देश का नाम रिशन करूं और वो मैं जरुर करूंगा. मैंने अपनी जिंदगी के सबसे बड़े समर्थन को खो दिया है, ये बेहद ही दुखद पल है. मुझे देश के लिए खेलते देखना उनका सपना था.”
सिराज के पिता महज एक ऑटो ड्राइवर थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी और उन्हें किसी चीज की कमी नहीं होने दी. आज मोहम्मद सिराज टीम इंडिया के सदस्य हैं जिन्हें अपनी टीम और देश के लिए खेलना एक गर्व की बात है.
सिराज आईपीएल में कर चुके अच्छा प्रदर्शन
विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने अभी तक इंडियन प्रीमियर लीग में कुल 35 मुकाबलें खेले हैं. जिसमें उन्होंने 27.79 की औसत से 39 विकेट अपने नाम किए है. आईपीएल में अभी तक उनका सबसे अच्छा स्पेल 4/32 का रहा है. वहीं उन्हें इस सीजन भी एक अलग अंदाज में गेंदबाजी करते हुए देखा गया था.