आकाश चोपड़ा चाहते हैं क्रिकेट के 10 नियमों को बदलना, कुछ तो बहुत ही चौकाने वाले

किसी भी खेल की खासियत होते हैं उस खेल में लागू होने वाले नियम। क्रिकेट की शुरुआत 1877 में हुई, तब नियम बने और इसके बाद अब समय-समय पर नियमों में बदलाव भी होते रहते हैं। मगर इस बीच भारत के पूर्व बल्लेबाज व कमेंटेटर आकाश चोपड़ा Aakash Chopra इस खेल के कुछ नियमों को बदलना चाहते हैं। जी हां, उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर 10 नियमों को बदलने की बात कही है। तो आइए आपको बताते हैं कि आखिर वह किन नियमों में चाहते हैं बदलाव देखना।

             10 नियम बदलना चाहते हैं Aakash Chopra

1- Aakash Chopra ने वनडे क्रिकेट में सिर्फ एक ही गेंद के इस्तेमाल की बात कही। आईसीसी के ताजा नियमों को मुताबिक 2 नई गेंदों का इस्तेमाल होता है जिसकी वजह से डेथ ओवर्स में और ज्यादा रन बनने लगे।

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2- आकाश चोपड़ा ने 100 मीटर या उससे लंबा शॉट लगने पर 8 रन मिलने की बात कही है।

3- Aakash Chopra ने मांग करते हुए कहा कि अगर कोई गेंदबाज बाउंसर फेंकता है, गेंद बल्लेबाज के सिर के ऊपर से जाती है और अंपायर उसे वाइड देता है तो फिर वो, उस ओवर की बाउंसर में नहीं गिनी चाहिए।

4- चोपड़ा ने लेग बाई हटाने की मांग भी की। आकाश चोपड़ा ने कहा- अगर अंपायर गलती से किसी बल्लेबाज को आउट दे और वो गेंद चौके के लिए जाए और फिर डीआरएस में वो खिलाड़ी नॉट आउट करार हो तो टीम को रन नहीं मिलते. उस गेंद को डेड माना जाता है।

5- आकाश चोपड़ा ने अच्छी फॉर्म में चल रहे गेंदबाज को एक अतिरिक्त ओवर देने का नियम बनाने को कहा। उन्होंने कहा- अगर एक बल्लेबाज पूरे 20 या 50 ओवर खेल सकता है तो फिर क्यों एक गेंदबाज सिर्फ 10 या 4 ही ओवर फेंक सकता है। अगर मैच के दौरान कोई गेंदबाज बेहतर प्रदर्शन कर रहा है तो उसे अतिरिक्त ओवर देने का विकल्प भी होना चाहिए।

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6- Aakash Chopra ने कहा कि अगर कोई टीम निर्धारित समय में ओवर पूरे नहीं करती है तो उसे एक और अतिरिक्त खिलाड़ी 30 गज के अंदर लाने के लिए बाध्य किया जाए। इस नियम से सभी टीमें ओवर रेट का ध्यान रखेंगी।

7- Aakash Chopra अगर गेंद लगने के बाद LED लाइट्स नहीं गिरती हैं तो भी बल्लेबाज को आउट दिया जाए। उन्होंने कारण बताते हुए कहा कि LED लाइट्स का वजन ज्यादा है जिसकी वजह से कई बार वो नहीं गिरती हैं।

8- मैदानी अंपायरों को तीसरे अंपायर से हर फैसले पर मदद लेने का अधिकार होना चाहिए। साथ ही तीसरे अंपायर के पास मैदानी अंपायर के गलत फैसले को बदलने की वापस होनी चाहिए।

9- Aakash Chopra के मुताबिक अंपायर को तभी किसी बल्लेबाज को आउट देना चाहिए जब गेंद डेड हो जाए। उन्होंने कहा- अगर अंपायर गलती से किसी बल्लेबाज को आउट दे और वो गेंद चौके के लिए जाए और फिर डीआरएस में वो खिलाड़ी नॉट आउट करार हो तो टीम को रन नहीं मिलते। उस गेंद को डेड माना जाता है।

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10- आकाश चोपड़ा ने कहा कि, 30 गज के बाहर अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंपायर को कैसे पता चलेगा कि खिलाड़ी का पांव बाउंड्री लाइन पर लगा है या नहीं।