क्रिकेट इतिहास में जब सफल कप्तानों की बात होती है तो भारत के महेंद्र सिंह धोनी का नाम जरुर आता है. महेंद्र सिंह धोनी को भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में काफी प्यार मिलता है. माही को ना केवल खिताब जीतना आता है, बल्कि वो भारतीय फैंस का दिल भी जीतना बखूबी जानते हैं.
महेंद्र सिंह धोनी का फैनबेस जितना ज्यादा बड़ा रहा है. उतना ही ज्यादा उनके आलोचकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. बतौर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कुछ फैसले ऐसे लिए जिसके बाद से उनके आलोचक भारत में बढ़ते ही गये. हालाँकि कुछ फैसले सफल भी रहे थे.
आज हम आपको वो 5 वजह बताएँगे. जिसके वजह से विदेशियों से ज्यादा भारतीय फैन्स महेंद्र सिंह धोनी की आलोचना करते हुए नजर आते है. हालाँकि धोनी ने कुछ फैसले भविष्य को लेकर किये. जो बाद में सही साबित हुए लेकिन फैसले के समय उनकी आलोचना हुई थी.
1. दिग्गजों को टीम से बाहर करने का फैसला
जब भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बने तो उन्होंने फ़ौरन ही 2011 विश्व कप की तैयारी करनी शुरू कर दिया. जिसके कारण उन्होंने टीम में युवा खिलाड़ियों को जगह देने का फैसला किया. जिसके लिए उन्होंने उस समय के दिग्गजों को टीम से बाहर कर दिया था.
सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले को टीम से जब बाहर किया गया तो उस समय भविष्य को देककर ये फैसला किया गया था. लेकिन इन तीनो दिग्गजों के फैन्स धोनी पर भड़क गये थे. जिसके कारण वो धोनी की आलोचना करते हुए नजर आयें.
बाद में गौतम गंभीर, युवराज सिंह, हरभजन सिंह और वीरेन्द्र सहवाग के बाहर होने पर उनके फैन्स भी धोनी की आलोचना करते हुए नजर आयें. अपने पसंदीदा खिलाड़ी के टीम से बाहर होने की वजह उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को माना था. जिसके कारण ये हुआ.