अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वनडे हो या टी20, सीमित ओवर क्रिकेट का भी अपना एक अलग ही मजा होता है. क्रिकेट के छोटे फॉमेट में कई बार खिलाड़ियों को खेलने का मौका ही नहीं मिलता और ऐसे मौके भी आते हैं जब अंतिम ओवरों में खेलने के लिए मिले मौके को खिलाड़ी भुनाने का भरपूर प्रयास करते हुए मैच पर अलग प्रभाव छोड़ते हैं.
ऐसे में कई बार अंतिम ओवरों में मिले मौके का फायदा उठाते हुए खिलाड़ी हीरो बन जाते हैं. यही वजह है कि क्रिकेट को महान अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है. क्रिकेट के खेल में कई बार ऐसी चीजें होती है जिनकी उम्मीद किसी को नहीं होती. भारतीय टीम ही नहीं इसके अलावा भी कई ऐसी टीमें रही हैं जिनके खिलाड़ी इस खेल में बेहद कम समय के लिए क्रीज पर आकर छा गए.
इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और कई अन्य देशों के खिलाड़ी भी ऐसा करने में सफल रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार ऐसा देखा गया है कि खिलाड़ी बल्लेबाजी का इन्तजार करता है और अंत में कुछ गेंद के लिए उसे मौका मिलता है और वह उसमें ही सबका ध्यान अपनी तरफ खींच लेता है. हमारे इस विशेष लेख में ऐसे ही तीन खिलाड़ियों के बारे में बताया गया है जिन्होंने मैच में 12 से भी कम गेंद खेली लेकिन मैन ऑफ़ द मैच चुने गए.
3. मोईन अली ( 11 गेंद 39 रन )
इंग्लैंड के शानदार ऑलराउंडर बल्लेबाज गेंद और बल्ले दोनों से टीम को मैच जिताने की क्षमता रखते हैं. इस बाएं हाँथ के खिलाड़ी ने एक बार अपने बल्ले के साथ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐसा ही चमत्कारिक खेल दिखाया था. जब भी कम गेंदों में ज्यादा रन की बात होती है तो मोईन की यही पारी इंग्लैंड तथा दुनिया के प्रशंषकों के मैन में अभी भी विचरण करती है.
दरअसल फरवरी 2020 में मोईन अली ने 11 गेंद पर 39 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 4 छक्के और 3 चौके आए. मोईन अली के इस पारी ने इंग्लैंड की टीम को बड़े स्कोर तक जाने में अहम भूमिका निभाई थी. मोईन अली की इस पारी के कारण टीम को डरबन में शानदार जीत मिली थी.
इसी कारण इस लाजवाब प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ़ द मैच के खिताब से भी नवाजा गया. हालाँकि उन्होंने गेंदबाजी में भी 3 ओवर में 36 रन दिए थे. मोईन अली की यह विशेष पारी हमारी सूची में तीसरे स्थान पर स्थान रखती है.