इस वक्त अगर इंग्लैंड में क्रिकेट की बात की जाए तो सबकी नजर भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे टेस्ट श्रृंखला पर होगी।एक तरफ जहाँ हालही इंग्लैंड ने 1000 टेस्ट मुकाबला खेल क्रिकेट जगत को खुशी दी वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसा शर्मनाक हो गया। दरअसल समरसेट क्रिकेट लीग के दौरान एक बार फिर गेंदबाज ने बल्लेबाज को गलत खेल भावना से शतक मारने से रोक दिया।
इस तेज गेंदबाज ने बीमर मार गेंद को बल्लेबाज के ऊपर से पीछे वाली बाउंड्री तक पहुंचा दिया। खेल भावना से खिलवाड़ करने के लिए इस गेंदबाज पर 9 मुकाबलों का प्रतिबंद लगा दिया गया है।
दरअसल माइनहेड के बल्लेबाज जे डैरेल जब 98 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तभी पर्नेल सीसी के गेंदबाज़ ने एक बीमर फेंकी जो की नो बॉल होती हुई बाउंड्री पार चली गई। जिसकी वजह से माइनहेड टीम तो जीत गई लेकिन उनके बल्लेबाज जे शतक पूरा नहीं कर सके। पर्नेल सीसी के गेंदबाज की इस हरकत को खेल भावना के खिलाफ देखा जा रहा है।
समरसेट क्रिकेट लीग ने इस बात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है “इस तरह की हरकत समरसेट क्रिकेट लीग और क्रिकेट को बदनाम करती हैं। इसके साथ समरसेट क्रिकेट लीग ने इस गेंदबाज पर जांच के बाद नौ मैचों का बैन लगा दिया है। ”
बाद में माइनडेट टीम ने भी बाद में ट्वीट कर कहा कि “इस तरह की घटना अच्छी नहीं है। जिसके बाद पर्नेल टीम के कप्तान ने भी गेंदबाज की तरफ से बल्लेबाज से इस प्रकरण के लिए माफी मांगी हैं। साथ ही उन्होंने कि इस तरह की चीज़ें नहीं होनी चाहिए। ”
जिस बल्लेबाज के साथ ऐसा हुआ है उसका कहना है कि “ये शर्मनाक है जिस तरह से चीज़ें खत्म हुई, लेकिन ठीक है। ”
2017 में पोलार्ड ने भी की थी यह हरकत
सितम्बर 4, 2017 को पोलार्ड ने कॅरीबीयन प्रीमियर लीग के एक मैच के दौरान नो बॉल फेंक एविन लेविस को दूसरा सबसे तेज शतक मारने से रोक दिया था। खेल की भावना का अपमान करने के लिए काफी चर्चे में रहे थे पोलार्ड।
The cruelest ever way a batsman has been denied his 100 by a bowler?
Evin Lewis was on 97* with 1 run needed… pic.twitter.com/f4DwO06vRq
— The Cricket Paper (@TheCricketPaper) September 4, 2017
अपने ही वेस्ट इंडीज टीम के खिलाड़ी के साथ पोलार्ड ने ऐसा किया था। एविन लेविस 97 रन पर नाबाद थे और स्ट्राइक पर मौजूद थे। जीत के लिए उनकी टीम को मात्र 1 रन की दरकार थी और पोलार्ड ने नो बॉल फेंक दिया।
सेहवाग भी हो चुके हैं गलत खेल भावना का शिकार
ऐसा ही भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के साथ श्रीलंका दौरे पर हुआ था। अब तक अपने एकदिवसीय करियर में एक भी नो बॉल न फेंकने का रिकॉर्ड रखने वाले श्रीलंकाई गेंदबाज सूरज रणदीव ने खेल भावना का मजाक बनाते हुए यह किया था। सहवाग 99 पर खेल रहे थे और टीम को जीत के लिए 1 रन की दरकार थी। सूरज की गेंद पर सहवाग ने छक्का जड़ बल्ला सेंचुरी के पूरा होने पर उठाया तो अंपायर ने बताया की यह सिक्स काउंट नहीं होगा, क्यूंकि नो बॉल फेंकी गई हैं।