Yuzvendra Chahal: टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कई बार कमाल का प्रदर्शन किया है। अपनी फिरकी गेंदबाजी से उन्होंने भारत और घरेलू टीम के लिए शानदार खेल दिखाया। अब उन्होंने एक बार फिर शानदार खेल दिखाया है। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि युजी ने गेंद से नहीं बल्कि बल्ले से कमाल दिखाया है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपने बल्ले से गेंदबाजों की कुटाई करते हुए चौकों की झड़ी लगा दी। लेकिन शतक जड़ने से चूके गए।
शतक ठोकने से इतने रन चूके Yuzvendra Chahal
दरअसल, रणजी ट्रॉफी में हरियाणा और उत्तर प्रदेश की टीमें आमने-सामने हैं। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए हरियाणा ने पहली पारी में 453 रन बनाए। 453 रनों के इस पहाड़नुमा लक्ष्य को हासिल करने में कप्तान अंकित कुमार, एच जे राणा और धीरू सिंह की अहम भूमिका रही। एच जे राणा और धीरू सिंह ने शतक जड़े।
कप्तान अंकित कुमार ने 77 रनों की पारी खेली। इन तीनों के अलावा 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) का प्रदर्शन ना भुलाने लायक रहा। उन्होंने इस दौरान भौकाल ही काट दिया। लेकिन शतक जड़ने से सिर्फ 52 रन चूक गए।
चहल ने किया शानदार प्रदर्शन
युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) ने 9वें नंबर पर आकर 48 रनों की बहुमूल्य पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में कुल 6 चौके लगाए। आपको बता दें कि अगर किसी भी टीम में कोई खिलाड़ी इस नंबर पर आता है और बल्ले से इतने रनों का योगदान देता है तो टीम को काफी फायदा होता है।
क्योंकि निचले क्रम के बल्लेबाजों द्वारा बनाए गए 30 या 35 रन मैच में जीत और हार का अंतर पैदा करते हैं। अगर चहल की बात करें तो बल्ले से उनके प्रदर्शन से भारतीय टीम को जरूर फायदा हो सकता है।
चहल को टीम इंडिया में मिल सकता है मौका
गौरतलब है कि युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) टीम इंडिया से बाहर हैं। उनकी जगह टीम इंडिया में स्पिनर के तौर पर कुलदीप यादव और रवि बिश्नोई को मौके मिल रहे हैं। इन दोनों को चहल से ज्यादा मौके मिलने की वजह उनकी गेंदबाजी है। लेकिन इन दोनों को तरजीह मिलने की एक और बड़ी वजह है। वो ये कि ये दोनों बल्लेबाज मैच के आखिर में योगदान देते हैं,जो चहल नहीं कर पाते।
यही वजह है कि कुलदीप और बिश्नोई को तरजीह मिल रही है। लेकिन जिस तरह से चहल ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ बल्लेबाजी का प्रदर्शन दिखाया, उससे लगता है कि अगर वह गेंदबाजी के साथ-साथ बल्ले से प्रदर्शन को जारी रखते हैं तो टीम इंडिया में उनका फायदा मिल सकता है।