वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के पहले वनडे में भारत की जीत के बाद बढ़ती गर्मी को देखते हुए भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) से पूछा गया कि क्या क्रिकेट भी पैंट के बजाय 'हाफ पैंट' पहनकर खेला जाना चाहिए। चहल क्रिकेट को फुटबॉल और टेनिस की तरह शॉर्ट्स में पहनकर खेलने के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं हैं। उनका मानना है कि अगर खिलाड़ी को अपने घुटनों को सही-सलामत रखना है तो उसको पैंट पहनकर ही क्रिकेट खेलना चाहिए।
क्रिकेट को शॉर्ट्स पहनकर खेलने के पक्ष में नहीं हैं Yuzvendra Chahal
मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) ने बताया कि उन्हें लगता है क्रिकेट को शॉर्ट्स पहनकर नहीं खेलना चाहिए। अगर खिलाड़ी अपने घुटनों को सही रखना चाहता है तो ये बिल्कुल भी ठीक फैसला नहीं है। मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में यूजी ने कहा,
‘‘नहीं, नहीं, मैं ऐसा नहीं मानता हूं, क्योंकि जब भी आप मैदान पर फिसलते हैं तो आपको अपने घुटनों का ध्यान रखना होता है, यह बहुत कठिन होता है। मेरे दोनों घुटने पहले ही चोटिल हो चुके हैं, वहां चोट के कई निशान हैं। मुझे लगता है कि ‘फुल पैंट’ हमारे लिए अच्छा काम करती है। कोच हमेशा मेरा समर्थन करते है। वह मुझसे कहते हैं, ‘यूजी आप अपने मजबूत पक्ष पर भरोसा और उसका समर्थन करो….’’
Yuzvendra Chahal ने टीम कोच को लेकर दिया बयान
जैसे ही शुक्रवार को हुए मैच की चर्चा हुई, चहल ने कहा कि आईपीएल में कठिन परिस्थितियों में गेंदबाजी करने से उन्हें काफी मदद मिली। चहल ने बताया कि उन्हें टीम प्रबंधन से प्रोत्साहन मिला, जिसमें मुख्य कोच राहुल द्रविड़ भी शामिल हैं। टीम इंडिया स्पिनर ने कहा,
‘‘जब कोच और प्रबंधन इस तरह से आपका हौसला बढ़ते है तो आप हमेशा मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए तैयार रहते हैं। मैं हमेशा अपने मजबूत पक्ष का समर्थन करता हूं, मुझे पता था कि गेंद पुरानी हो गई है और बल्लेबाजों को परेशान करेगी। इसलिए मैं अपनी लाइन बदल रहा था। लेग साइड की सीमा रेखा छोटी थी इसलिए गेंदबाजी के समय उसे भी ध्यान में रखना था।’’
'मैं उस हिस्साब से अभ्यास करता हूं' Yuzvendra Chahal
युजवेंद्र चहल ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अपने अभ्यास को लेकर कहा,
‘‘यह बदलाव आईपीएल से आया है, क्योंकि वहां मैं 16वां, 17वां और 18वां ओवर फेंक रहा था, इसलिए मुझे वहां से आत्मविश्वास मिला। मेरी भूमिका साफ थी, 40वें ओवर के बाद मुझे दो-तीन ओवर करने को कहा गया था। इसलिए मैं उसी के अनुसार अभ्यास करता हूं और गेंदबाजी कोच के साथ योजना भी बनाता हूं।’’
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे मैच मएब युजवेंद्र चहल ने टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने टीम के लिए 10 ओवर में दो विकेट लिए। इस दौरान उन्होंने 58 रन भी लुटाए। वेस्टइंडीज को आखिरी 10 ओवर में जीत के लिए 90 रनों की दरकार थी और टीम के हाथों में पांच विकेट बचे थे। ऐसे में चहल टीम के लिए संकटमोचक बन कर उभरे और टीम को 3 रन से जीत दिलवाई।