Yuvraj Singh: भारत में 50 ओवर की सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) का आयोजन हो रहा है. इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम के खिलाड़ियों के साथ तमाम राज्यों के युवा खिलाड़ी गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे देखते हुए भारतीय क्रिकेट की मजबूती का एहसास होता है. इसी क्रम में युवा खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने भी अपने प्रदर्शन से चौंकाया है.
गेंद से युवी ने बरपाया कहर
1 दिसंबर को विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में रेलवे और त्रिपुरा के बीच मैच खेला गया. रेलवे की तरफ से खेलते हुए युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने शानदार गेंदबाजी की. युवराज ने 10 ओवर में 64 रन देकर 3 विकेट लिए. उनका स्पेल देखने में थोड़ा महंगा जरुर लग रहा है लेकिन इसी स्पेल की वजह से रेलवे त्रिपुरा को 282 तक रोक सका.
उत्तर प्रदेश से संबंध रखते हैं युवराज
22 अगस्त 1998 को उत्तरप्रदेश के बरेली में जन्मे युवराज सिंह (Yuvraj Singh) रेलवे की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं. वे बतौर बैटिंग ऑलराउंडर खेलते हैं. अबतक 10 प्रथम श्रेणी मैचों में 1 शतक और 2 अर्धशतक लगाते हुए 412 रन बनाने के साथ ही 23 विकेट, 8 लिस्ट ए मैच में 63 रन बनाते हुए 13 विकेट और 17 टी 20 में 22 रन बनाने के साथ ही 26 विकेट उनके नाम दर्ज हैं.
हार्दिक और शार्दुल का बन सकते हैं विकल्प
विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में शानदार प्रदर्शन कर रहे युवराज सिंह (Yuvraj Singh) टीम इंडिया में हार्दिक पांड्या और शार्दुल ठाकुर के विकल्प के रुप में उभर सकते हैं. हार्दिक जहां हमेशा इंजरी की वजह से टीम के लिए उपलब्ध नहीं रह पाते हैं वहीं शार्दुल ठाकुर किसी भी फॉर्मेट में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए हैं.
ऐसे में अगर युवराज सिंह इस टूर्नामेंट के अलावा आने वाले रणजी सीजन में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो निश्चित रुप से वे टीम इंडिया में वे बतौर ऑलराउंडर अपनी जगह बना सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो सबसे बड़ा खतरा हार्दिक और शार्दुल को ही होगा.
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