Yuvraj Singh: इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह (Yuvraj Singh) जब भी मैदान में बल्ला लेकर उतरते थे तो विरोधी टीम के गेंदबाज सहम जाते थे। टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर कहे जाने वाले युवराज ने साल 2000 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपना डैब्यू किया था।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने उस जमाने की धाकड़ ऑस्ट्रेलिया टीम के सामने अपने पहले ही मैच में 80 गेंदों का सामना करते हुए 84 रन बनाए थे। जिसके बाद पूरी दुनिया में उनके नाम का डंका बजने लगा, लेकिन इस मैच की शुरुआत से एक रात पहले युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को पूरी रात नींद नहीं आई थी, जिसमें टीम इंडिया के तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली का हाथ था।
Yuvraj Singh के डेब्यू से पहले सौरव गांगुली ने किया मजाक
दरअसल, ये किस्सा साल 2000 का है, जहां नैरोबी में आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट में डेब्यू ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ युवराज सिंह (Yuvraj Singh) इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पहला मैच खेलने वाले थे। लेकिन मैच से के एक रात पहले कप्तान सौरव गांगुली ने युवराज से अगले दिन मैच में ओपनिंग करने के लिए पूछा। अपने कप्तान के द्वारा पूछे जाने पर युवराज ने इस बात के लिए उस वक्त हामी भर दी।
लेकिन अब स्पोर्ट्स 18 से बातचीत करते हुए युवराज ने कहा कि मैंने अपने कप्तान की बात मान तो ली लेकिन मुझे पूरी रात नींद नहीं आई। अगले दिन सुबह मैच की शुरुआत से ठीक पहले सौरव गांगुली ने कहा कि उन्होंने बीती रात युवराज सिंह के साथ मजाक किया था। इसके बाद सौरव ने खुद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी की शुरुआत की थी।
Yuvraj Singh की बदोलत भारत ने जीता मैच
वहीं युवराज सिंह ने इस मैच में नंबर-5 पर बल्लेबाजी करते हुए 80 गेंदों में 84 रन बनाए। जिसकी बदोलत भारत ने 9 विकेट के नुकसान पर 265 रन बनाए। इस मैच को भारत ने ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 245 पर ऑल आउट कर अपने नाम कर लिया था। युवराज सिंह को अपनी पारी के दौरान 37 रन पर जीवनदान मिला था। इस पर उन्होंने कहा,
सौभाग्य से मैंने उस मैच में 84 रन बनाए, मुझे नहीं पता कैसे। मैं बस गेंद को मारता चला गया। अगर उस ऑस्ट्रेलिया टीम के सामने अगर मैं 37 रन भी बना लेता तो बहुत बड़ी बात होती।
भारतीय क्रिकेट में Yuvraj Singh का योगदान
इसके साथ ही आपको बता दें कि युवराज सिंह को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी और फील्डिंग में योगदान देने के लिए मैन ऑफ मैच भी चुना गया था। इसके बाद से युवराज सिंह ने रुकने का नाम नहीं लिया। टीम इंडिया के लिए टी20 विश्वकप 2007 और विश्वकप 2011 जिताने में इस खिलाड़ी ने अहम भूमिका निभाई है। साल 2019 में युवराज ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था, उन्होंने अपने करियर में 304 वनडे मैच में 8701 रन बनाए हैं।