भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अक्सर अपनी बयानबाजी के चलते चर्चाओं में बने रहते हैं. अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाने वाले युवी इन दिनों सोशल मीडिया पर भी काफी ज्यादा एक्टिव हैं. हाल ही में उन्होंने एक और इंटरव्यू में टेस्ट क्रिकेट को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने छोटे फॉर्मेट के खेलों पर बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए टेस्ट क्रिकेट पर अपना पक्ष रखा है.
टेस्ट क्रिकेट मर रहा है- Yuvraj Singh
दरअसल भारतीय पूर्व क्रिकेटर का ये बयान वाकई गंभीरता से लेने लायक है. स्पोर्ट्स 18 के होम ऑफ हीरोज, कार्यक्रम में बातचीत के दौरान युवराज सिंह ने कहा,
"टी20 और टी10 क्रिकेट का भविष्य है. टेस्ट क्रिकेट मर रहा है. टी20 क्रिकेट को लोग देखना चाहते हैं. खिलाड़ी टी20 क्रिकेट खेलना चाहते हैं. कोई पांच लाख के लिए पांच दिवसीय क्रिकेट क्यों खेलेगा. आज टी20 क्रिकेट खेलकर खिलाड़ी 50 लाख कमा लेते हैं? जिन खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जगह नहीं बनाई है उन्हें भी 7-10 करोड़ रुपये मिल रहे हैं."
इस सिलसिले में आगे बातचीत करे हुए युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने कहा,
"आप एक टी20 मैच देखते हैं और फिर 50 ओवर का मैच देखते हैं. ये अब एक टेस्ट मैच की तरह लगने लगा है. 20 ओवर के बाद, बल्लेबाज़ सोचते हैं कि बल्लेबाजी के लिए अभी 30 ओवर हैं! ऐसे में निश्चित तौर पर टी 20 क्रिकेट सबसे आगे निकलता जा रहा है."
टीम इंडिया के आईसीसी इवेंट्स में फ्लॉप प्रदर्शन पर भी युवी ने दी प्रतिक्रिया
इतवा ही नहीं युवराज सिंह यहीं चुप हीं हुए उन्होंने भारतीय टीम के आईसीसी इवेंट्स में फ्लॉप शो के बारे में भी खुलकर अपना पक्ष रखा. उनका मानना है कि मिडिल ऑर्डर में अच्छे बल्लेबाजों की कमी उन अहम कारणों में से एक है जिनके चलते भारत ने आईसीसी इवेंट्स में काफी संघर्ष किया है.
2011 वर्ल्ड कप में अपने ताबड़तोड़ प्रदर्शन के चलते प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के खिताब को हासिल करने वाले पूर्व भारतिय क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने आगे कहा,
"जब हमने वर्ल्ड कप (2011) जीता था तो हम सभी के पास बल्लेबाजी करने के लिए एक निर्धारित नंबर था. मैंने 2019 वर्ल्ड कप में महसूस किया कि भारतीय टीम ने इसकी अच्छी तरह से रणनीति नहीं बनाई थी."