Yuvraj Singh: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज़ और सबसे सफल कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) और युवराज सिंह (Yuvraj Singh) की दोस्ती की चर्चा हमेशा से की जाती है. हमेशा से दोनों का याराना ज़बरदस्त रहा है. महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने 2011 का विश्वकप जीता था. जिसमें दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी. वह उस विश्वकप में "प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट" भी रहे थे. हालांकि एक दौर वो भी था जब युवी भी भारतीय टीम का कप्तान बनना चाहते थे. लेकिन धोनी के होते हुए ऐसा मुमकिन नहीं हो पाया.
Yuvraj Singh बनना चाहते थे भारतीय टीम का कप्तान
आपको बता दें कि राहुल द्रविड़ जब टीम इंडिया के कप्तान थे, तो उस समय स्टार ऑलराउंडर रहे युवराज सिंह टीम के उपकप्तान थे. उन्हें महेंद्र सिंह धोनी से पहले टीम की उपकप्तानी मिली थी. जिसके बाद उन्हें इस बात की पूरी उम्मीद थी कि द्रविड़ के बाद वो ही टीम के अगले कप्तान बनेंगे. ग़ौरतलब है कि राहुल के बाद एमएस को टीम की कमान सौंपी गई. ऐसे में युवी ने बयान देते हुए कहा कि,
"जब राहुल द्रविड़ कप्तान थे, तब मैं वनडे टीम का उपकप्तान था और मुझे उम्मीद थी कि मैं ही भारत का अगला कप्तान बनूंगा लेकिन न जाने कहां से एमएस धोनी को 2007 में टी20 विश्व कप टीम का कप्तान बना दिया गया. "
शानदार रहा है युवराज सिंह का अंतरराष्ट्रीय करियर
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने भारत के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 T20 मुकाबले खेले हैं. जिसमें युवराज ने क्रमश: 33.9 की औसत से 1900, 36.5 की औसत से 8701 और 28 की औसत से 1177 रन बनाए हैं. युवी के बल्ले से तीनों फॉर्मेट में कुल मिलाकर 17 शतक और 71 अर्धशतक देखने को मिले हैं. वहीं उनकी गेंदबाज़ी की बात करें तो युवराज ने टेस्ट में 9, वनडे में 111 और T20 में 28 विकेट झटके हैं.