2014 के टी20 विश्व कप में मिली हार की पूरी जिम्मेदारी लेता हूँ: युवराज सिंह
Published - 13 May 2020, 06:14 AM

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साल 2014 के टी20 विश्व कप का फाइनल... यह फाइनल मैच था, जिसने रातोंरात टीम इंडिया के सबसे बड़े सुपर स्टार को विलन बना दिया था. जी हां, हम युवराज सिंह की ही बात कर रहे हैं.
2014 के टी20 विश्व कप का फाइनल मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच बांग्लादेश के शेर ए बंगला क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था, जहां टीम इंडिया को 6 विकेट से मिली हार का सामना करना पड़ा था.
खामोश रहा था युवी का बल्ला
फाइनल मैच में युवराज सिंह का बल्ला एकदम खामोश रहा था और उन्होंने बेहद ही शर्मनाक प्रदर्शन भी किया था. दरअसल पूरे फाइनल मैच में संघर्ष करते नजर आये थे और उनके बल्ले से 21 गेंदों में मात्र 11 रन आये थे. हाल में ही इंस्टाग्राम लाइव सेशन के दौरान युवी ने कहा,
''फाइनल में मिली हार की मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूँ. उस दिन मैं गेंद को मार ही नहीं पा रहा था, उस दिन वाकई में श्रीलंकाई गेंदबाजों ने कमाल की गेंदबाजी की थी. सिर्फ मैं नहीं टीम के कई बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे, लेकिन फैंस और मीडिया ने सिर्फ मुझे ही विलन बनाया.''
घर पर फेंके गये थे पत्थर
युवराज सिंह ने आगे कहा, कि ''फाइनल की हार के बाद चंडीगढ़ में मेरे घर पर पत्थर फेंके गये थे. जब मैं घर आया, तो मैंने मेरी इंडियन कैप और उस बल्ले को देखा जिससे मैंने छह छक्के लगाये थे और तब मुझे एहसास हुआ कि मेरा समय पूरा हो गया हैं.''
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मैच में रोहित शर्मा (29), अजिंक्य रहाणे (3), विराट कोहली (77) और एमएस धोनी नाबाद (4) रन बनाये थे.
भारत ने श्रीलंका के सामने 130/4 का स्कोर बनाया था और श्रीलंकाई टीम ने यह लक्ष्य 17.5 ओवर के खेल में चार विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया था.
युवी ने जीताये दो दो विश्व कप
आप सभी को या दिला दे, कि भारतीय क्रिकेट टीम को साल 2007 का टी20 विश्व कप और 2011 का वनडे विश्व कप जीताने में सिक्सर किंग युवराज सिंह ने सबसे बड़ी भूमिका अदा की थी.
2007 के टी20 विश्व कप में युवी ने इंग्लैंड के विरुद्ध छह गेंदों में छह छक्के लगाने के साथ सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध शानदार 70 रन बनाये थे, जबकि 2011 के वर्ल्ड कप में युवी के बल्ले से 375 रनों के साथ साथ खाते में 15 सफलता भी आई थी.