World Cup 2023: विश्व कप 2023 में भारतीय टीम चैंपियन बनने का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है. टीम इंडिया ने टूर्नामेंट की शुरुआत दो शानदार जीत के साथ करते हुए चैंपियन बनने की अपनी दावेदारी को और मजबूत किया है. विश्व कप 2023 (World Cup 2023) के पहले भारतीय टीम को एक बड़ा झटका लगा था. लेकिन इस समस्या को 2007 तथा 2011 में भारत को विश्व विजेता बनाने वाले स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने हल कर दिया है.
भारत को परेशान कर रही थी ये सबसे बड़ी समस्या
विश्व कप 2023 (World Cup 2023) की शुरुआत से पहले भारतीय टीम को तब बड़ा झटका लगा जब स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) डेंगू से पीड़ित हो गए. बीमारी की वजह से गिल ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच से बाहर रहे थे. पाकिस्तान के खिलाफ खेलने की उनकी उम्मीद भी कम थी लेकिन युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने उनसे कुछ ऐसा कहा जिसके बाद वे मजबूती के साथ टीम में लौटे और पाकिस्तान के खिलाफ प्लेइंग XI में शामिल हुए.
युवराज सिंह ने दिया था बड़ा बयान
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) भारतीय क्रिकेट का बहुत बड़ा नाम हैं और युवा क्रिकेटरों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं. शुभमन गिल (Shubman Gill) के करियर में उनका बड़ा योगदान रहा है. ये दोनों काफी करीब हैं. गिल भी उन्हें अपना मेंटर मानते हैं. युवराज ने जब सुना कि गिल डेंगू की चपेट में हैं और पाकिस्तान के साथ ही विश्व कप 2023 (World Cup 2023) के कुछ और मुकाबलों से भी बाहर रह सकते हैं तो उन्होंने गिल से बात की और कहा कि, 2011 विश्व कप में जब मैं कैंसर को झेलते हुए खेल सकता हूँ तो तुम डेंगू के साथ क्यों नहीं खेल सकते.
गुरुमंत्र से मिली ताकत
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) की बातों ने शुभमन गिल (Shubman Gill) में जैसे जान फूंक दी और वे सीधे चेन्नई से अहमदाबाद पहुँच गए और टीम से जुड़ गए. अहमदाबाद पहुँचने के बाद शुभमन ने जमकर अभ्यास करते हुए अपनी फिटनेस साबित की और पाकिस्तान के खिलाफ प्लेइंग XI का हिस्सा न बने. गिल का टीम में होना भारत की जीत की संभावना को कई गुणा बढ़ा देता है.