टीम इंडिया (Team India) के लिए खेलना हर किसी युवा खिलाड़ी का सपना होता है. जिसके लिए उबरते खिलाड़ी दिन-रात अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करते हैं. लेकिन चंद किस्मत वाली ही प्लेयर्स ऐसे होते हैं. जिनका नीली जर्सी में खेलने का सपना पूरा हो पाता है. कहीं बार सुनने में भी आता है कि बिना घरेलू क्रिकेट खेली खिलाड़ियों टीम में खेलने का मौका मिल जाता है, लेकिन नए फैसले के बाद युवा खिलाड़ियों का टीम इंडिया के लिए खेलना मुश्किल होता हुआ नजर आ रहा है.
अब Team India में ऐसे मिली जगह
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार BCCI ने 1 जनवरी को रिव्यू मीटिंग की थी. यह बैठक मुंबई के एक होटल में लगभग 4 घंटे तक चली. जिसमें भारतीय टीम (Team India) के हेड कोच राहुल द्रविड़, नियमित कप्तान रोहित शर्मा, एनसीए हेड वीवीएस लक्ष्मण और चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा मौजूद रहे. इस बैठक में कई बड़े अहम फैसले लिए गए.
जिसमें फैसला यह रहा कि ''उभरते खिलाड़ियों को भारतीय टीम के लिए खेलने से पहले पर्याप्त घरेलू क्रिकेट खेलने की जरूरत है''. कई बार देखा जाता है कि आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सीधा टीम इंडिया (Team India) के अप्रोच किया जाता है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अगर युवा खिलाड़ी भविष्य में भारत के लिए खेलना चाहते है तो उन्हें घरेलू क्रिकेट (Domestic cricket) में अपना जलवा दिखाना होगा.
Emerging players need to play enough domestic cricket before playing for the Indian team.
— Johns. (@CricCrazyJohns) January 1, 2023
Yo-Yo टेस्ट से नहीं बच पाएंगे खिलाड़ी
क्रिकेट में खिलाड़ियों की फिटनेस जांचने लिए यो-यो टेस्ट (Yo-Yo test) का सहारा लिया जाता है. इस टेस्ट के बाद क्लियर हो जाता है कि खिलाड़ी खेलने के लिए फिट है या नहीं. वहीं मुंबई में चली रिव्यू मीटिंग के दौरान बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि किसी भी खिलाड़ी की फिटनेस समौझाता नहीं किया जाएगा. क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने बैठक के बाद एक बयान में कहा,
''फिटनेस के मामले में भी कोई समझौता नहीं होगा और यो-यो टेस्ट मुख्य मानदंड होगा. यो-यो टेस्ट और डेक्सा अब चयन मानदंडों का हिस्सा होंगे और खिलाड़ियों के केंद्रीय पूल के अनुकूलित रोडमैप में लागू होंगे."