दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy 2022) का फाइनल मुकाबला वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच खेला गया. जिसमें वेस्ट जोन की टीम ने साउथ जोन की टीम को 294 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया. वेस्ट जोन की टीम के जीत के हीरो रहे यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने शानदार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए खिताबी मुकाबले की दूसरी पारी में दोहरा शतक जड़ के इतिहास रच दिया. वहीं इस युवा खिलाड़ी ने अपने कप्तान अजिंक्य रहाणे और अय्यर की तारीफ करते हुए बड़ी प्रतिक्रिया दी है.
Yashasvi Jaiswal ने तूफानी का श्रेय इन खिलाड़ियों को दिया
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) आज किसी नाम के मोहताज नहीं हैं. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए खेलते हुए जमकर रन बनाए थे. वहीं अब दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy Final) में भी इस 20 वर्षीय बल्लेबाज का बल्ला जमकर आग उगल रहा है. उन्होंने वेस्ट जोन की ओर खेलते हुए 265 रनों की धमाकेदार पारी खेली. वहीं श्रेयस अय्यर ने भी पहली पारी में 31,और दूसरी पारी में 71 रनों का अहम योगदान दिया. हालांकि दोहरा शतक जड़ने वाले यशस्वी ने अपनी इस पारी पर खुशी जताई. साथ ही जायसवाल ने वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की तारीफ करते हुए कहा,
"मैं खुश हूं लेकिन मुझे लगता है कि मुझे आगे बढ़ते रहने की जरूरत है. मैं सिर्फ इस बारे में सोचता हूं कि मैं खुद को कैसे लागू कर रहा हूं और प्रक्रियाओं से गुजर रहा हूं. मैं सीनियर्स -अजिंक्य और श्रेयस से बात करता रहता हूं, और उनकी सलाह को गंभीरता से लेता हूं और कोशिश करता हूं और सुधार करता हूं. विकेट पहली से दूसरी पारी में काफी अलग था. मैं शुरुआत में नम और धीमा था, लेकिन दूसरी पारी तक यह शांत हो गया था. इसलिए मुझे अपने शॉट खेलने में मजा आ रहा था."
यशस्वी का शानदार प्रदर्शन जारी है
भारतीय टीम को घरेलू क्रिकेट ने एक से बढ़कर एक बल्लेबाज दिए हैं. वहीं इस लिस्ट में एक और नाम यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) का जुड़ गया है. इस युवा खिलाड़ी में कमाल का टैलेंट है. जो पिच पर लंबे समय तक टिकने का माद्दा रखते हैं. वहीं अगर उनके घरेलू रिकॉर्ड पर नजर डाला जाए तो बेहद शानदार है.
यशस्वी किसी भी फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट के फाइनल में दोहरा शतक जड़ने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने 235 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. इससे पहले यशस्वी ने रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल की दोनों पारियों में शतक जड़ा था.
जबकि रणजी ट्रॉफी के फाइनल में अर्धशतकीय पारी खेली थी. उन्होंने दलीप ट्रॉफी के फाइनल में भी डबल सेंचुरी जड़ी थी. ऐसे में इस उबरते हुए खिलाड़ी को भविष्य में टीम इंडिया के लिए खेलता हुआ देखा जा सकता है.