Yash Dayal: आईपीएल 2022 का मेगा ऑक्शन कल खत्म हो चुका है। ऑक्शन में कई खिलाड़ी करोड़पति बने। इन करोड़पतियों में एक नाम Yash Dayal का भी है। यश दयाल आईपीएल 2022 में आईपीएल की नई नवेली टीम गुजरात टाइटंस की तरफ से खेलते हुए दिखाई देंगे। यश ने भी अपना नाम आईपीएल मेगा ऑक्शन में दिया था। नतीजा यह रहा कि 10 लाख की बेस प्राइस वाले यश को 16 गुना ज्यादा में नई टीम गुजरात टाइटंस अपने नाम किया है। यश को यकीन क्यों नहीं था कि वह बिकेंगे?
अपने बिकने की खबर पर भरोसा नहीं कर पा रहे थे यश दयाल
आईपीएल 2022 मेगा ऑक्शन में नाम देने के बाद Yash Dayal को यकीन नहीं था कि उन्हें कोई टीम खरीदेगी। यश इस समय गुड़गांव में हैं जहां वह रणजी ट्रॉफी से पहले क्वारेंटीन अवधि पूरी कर रहे हैं। यश आईपीएल नीलामी देख रहे थे लेकिन उनका नाम नहीं आ रहा था तो वह टीवी बंद करके और मोबाइल फोन को साइलेंट करके सो गए थे।
जब बाद में यश की नींद खुली और उन्होंने अपने देखा तब उनका फोन मिस्ड कॉल्स और मैसेज से भरा पड़ा था। उन्होंने देखा कि उनके पिता चंद्रपाल दयाल की उनके फोन पर 20 मिस्ड कॉल्स थी। Yash Dayal के पिता जब उनको फोन कर रहे थे और वो फोन नहीं उठा रहे थे तो उनको पिता परेशान हो गए थे। चंद्रपाल ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा,
“हम इस बात को लेकर चिंतित थे कि वह फोन क्यों नहीं उठा रहा है। मैंने जब उसको नीलामी के बारे में बताया तो उसे लगा कि मैं उसे पागल बना रहा हूं। उसकी टीम का कोई भी खिलाड़ी उसके कमरे में नहीं गया क्योंकि कोविड प्रोटोकॉल्स के कारण वह इधर-उधर घूम नहीं सकते। ”
कभी नहीं मिला पिता का सपोर्ट
यश के पिता भी तेज गेंदबाज रहे हैं और विजी ट्रॉफी खेले हैं। उन्हें हालांकि अपने पिता से सपोर्ट नहीं मिला लेकिन वह अब अपने बेटे को पूरा सपोर्ट दे रहे हैं ताकि वह राष्ट्रीय टीम से खेल सके और वो काम कर सके जो वो नहीं कर पाए। उन्होंने कहा,
“मुझे कभी अपने पिता से समर्थन नहीं मिला। बल्कि मेरे पिता हमेशा कहा करते थे कि क्रिकेट में कोई भविष्य नहीं है। मैं अपना समय बर्बाद कर रहा हूं और मुझे परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। ”
छह साल की उम्र में पहचान ली थी Yash Dayal की प्रतिभा
Yash Dayal ने विजय हजारे ट्रॉफी में दमदार प्रदर्शन किया था। सात मैचों में इस गेंदबाज ने 3.77 की इकॉनमी रेट से 14 विकेट लिए थे। यश के जिस प्रतिभा के सभी कायल बने हैं वो गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने की काबिलियत है और वह 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ये करते हैं। उनके पिता ने बताया कि यश को तेज गेंदें फेंकना पसंद हैं। उन्होंने कहा,
“उन्हें तेज गेंदें फेंकना पसंद है। वह तेज हैं लेकिन अनियमित नहीं। वह गेंद को दोनों तरफ स्विंग करा सकता है। उसके पास बेहतरीन बाउंसर हैं और यॉर्कर गेंदें भी हैं। मुझे जो सबसे हैरानी वाली बात जो लगी थी वो उसका बाएं हाथ से गेंद फेंकना और वो तेज गेंदबाज बना, ये मेरे लिए हैरानी भरा रहा।"
यश जब 12 साल के थे उनके पिता उन्हे मदन मोहन मालविय स्टेडियम ले गए। और यहाँ से यश के क्रिकेटर बनने की शुरुआत हुई। यश ने सितंबर-2018 में डेब्यू किया था अभी तक 12 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। इसके अलावा 14 लिस्ट-ए मैचों में हिस्सा लिया है. वह उत्तर प्रदेश के लिए 15 टी20 मैच खेल चुके हैं।