वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मुकाबला नजदीक है और इसकी चर्चा लगातार जोर पकड़े हुए है. हर क्रिकेट एक्सपर्ट्स और दिग्गज खिलाड़ी इसी मसले पर लगातार चर्चा में लगे हुए हैं. पहली बार इस खिताबी भिड़ंत के फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड की टीम ने जगह बनाई है. जिसे लेकर टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर विजय भारद्वाज (Vijay bharadwaj) ने बड़ा बयान दिया है.
IND vs NZ के बीच होने वाले मैच पर प्रतिक्रियाओं का सिलसिला जारी
न्यूजीलैंड और भारतीय टीम के बीच होने वाले इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की मेजबानी 18 से 22 जून के बीच साउथैम्प्टन का द एजेस बाउल स्टेडियम करेगा. हर क्रिकेट फैंस इस मैच को लेकर काफी ज्यादा एक्साइटेड हैं. आक्रामक गेंदबाजों से लैस कीवी टीम और दुनिया की नंबर वन टेस्ट टीम बन चुकी भारत के बल्लेबाजों के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिलने वाली है.
फिलहाल इस मैच में कौन बाजी मारेगा और किसका पलड़ा किस पर भारी दिखेगा, इसे लेकर अब तक क्रिकेट जगत से कई पूर्व खिलाड़ी अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं. यहां तक कि, कौन सी टीम इस खिताब को अपने नाम करेगी इसे लेकर भी भविष्यवाणी की गई है. अब ऐसा कुछ बयान पूर्व ऑलराउंडर क्रिकेटर विजय भारद्वाज ने दे दिया है, जो भारतीय फैंस को निराश कर सकता है.
टीम इंडिया को मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी पर ध्यान देने की जरूरत- पूर्व क्रिकेटर
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के बारे में 'स्पोर्ट्सकीड़ा' से बातचीत करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि,
'भारत भले ही न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ मजबूत दिखाई दे रहा है लेकिन, टीम इंडिया में कमजोर मिडिल ऑर्डर एक ऐसा डिपार्टमेंट है जहां पर विराट टीम को खासा मेहनत करने की आवश्यकता है. इस कारण उनके शीर्ष बल्लेबाजों को ज्यादा मेहनत करनी होगी.
टेस्ट फॉर्मेट में सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल का कम अनुभव और रोहित शर्मा का इंग्लैंड की परिस्थिति में कम खेलना एक चिंता का कारण रहा है.'
न्यूजीलैंड को बढ़त बनाने के लिए पुजारा और विराट को जल्द करना होगा आउट- विजय भारद्वाज
आगे इसी सिलसिले में अपनी बात को बढ़ाते हुए विजय भारद्वाज (Vijay bharadwaj) ने कहा कि,
'न्यूजीलैंड को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में बढ़त हासिल करने के लिए सिर्फ चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली का जल्दी विकेट लेना होगा. फिलहाल टीम इंडिया को रोहित शर्मा और शुभमन गिल से अच्छी शुरुआत की उम्मीद होगी.
क्योंकि यदि सलामी बल्लेबाज कमजोर होते हैं तो मिडिल ऑर्डर भी कमजोर नजर आता है. यही वो अग्निपरीक्षा है, जिसमें पूरी भारतीय टीम को पास होना है.'