वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मुकाबले को होने में सिर्फ एक हफ्ते का समय बचा है. लेकिन, उससे पहले इंग्लैंड में परिस्थितियां टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई हैं. इस मैच में भारतीय टीम के लिए सबसे चुनौती न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज डेवॉन कॉनवे (Devon Conway) हैं. जो भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं. हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू करते हुए उन्होंने लार्ड्स के मैदान जहां दोहरा शतक जड़ा था, वहीं दूसरे टेस्ट मैच मे भी उनका बल्ला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में हम इस खास रिपोर्ट में इस खिलाड़ी पर लगाम कसने की योजना के बारे में बात करेंगे कि, कौन सी रणनीति से इसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में रोका जा सकता है.
इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले कॉनवे ने मचाया तहलका
डेब्यू मैच के बाद अब कॉनवे ने दूसरे टेस्ट मुकाबले में भी इंग्लैंड के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए 80 रन की जबरदस्त पारी खेली है. उन्होंने अब तक तीन पारियां खेली हैं. जिसमें 101 की बेहतरीन औसत से उनके बल्ले से कुल 303 रन निकले हैं. भारत के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मैच खेलने से पहले इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले दो टेस्ट सीरीज में कीवी खिलाड़ियों का प्लान सफल होता दिख रहा है.
एक तरफ हर गेंदबाजों को प्रैक्टिस करने का मौका मिल गया है. तो वहीं बल्लेबाजों के तौर पर कॉनवे जैसे खिलाड़ियों की प्रतिभा के बारे में भी पता चल गया है. उनके टीम में एंट्री से न्यूजीलैंड के ओपनिंग बल्लेबाजों की परेशानी भी खत्म हो गई है. दरअसल इस बांए हाथ के बल्लेबाज ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने खेले की शुरूआत ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइक हसी की तरह किया है. इन दोनों ही खिलाड़ियों को मौका भले ही देरी से मिला. लेकिन, पदार्पण करते ही इन्होंने अपनी एक अलग छाप छोड़ दी.
कॉनवे पर कैसे ब्रेक लगाए टीम इंडिया
न्यूजीलैंड के ओपनर बल्लेबाज डेवॉन कॉनवे (Devon Conway) ने अब तक कुल तीन पारियां खेली हैं. जिसमें उन्होंने 554 गेंदों का सामना करते हुए 303 रन बनाए हैं. इन पारी में अंग्रेजी गेंदबाज उन्हें सिर्फ दो बार ही आउट करने में कामयाब हो सके हैं. दिलचस्प बात तो ये है कि, इस कीवी खिलाड़ी ने जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, मार्क वुड और ओली स्टोन जैसे तेज गेंदबाजों को अपने बल्ले के सामने टिकने नहीं दिया है. इंग्लैंड को उसी की सरजमीं पर धोने का जिम्मा इस समय इस कीवी बल्लेबाज ने उठा रखा है.
बात करें भारतीय टीम की तो टीम इंडिया में भी जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा जैसे खतरनाक गेंजदबाज हैं. लेकिन, टीम के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं. जी हां इसकी गवाही उनके आंकड़े देते हैं. दरअसल टेस्ट फॉर्मेट के इतिहास में बाएं हाथ के बल्लबाजों को 200 से ज्यादा बार आउट करने वाले अश्विन इकलौते गेंदबाज हैं. इस परिस्थिति में कप्तान विराट कोहली हर हाल में अश्विन के साथ जाना चाहेंगे. मौजूदा समय में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में दूसरे नंबर के गेंदबाज अश्विन सबसे घातक स्पिनर के तौर पर भी गिने जाते हैं.
दूसरे टेस्ट में फिर से मजबूत स्थिति में कीवी टीम
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के अलावा बात करें इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच जारी मुकाबले की तो डेवॉन कॉनवे की और विल यंग (82) के बल्ले से निकली अर्धशतकीय पारी ने एक बार फिर से न्यूजीलैंड को मजबूत स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है.
पहली पारी में ने 10 विकेट के नुकसान पर 303 रन बनाए थे. जिसके जवाब में उतरी कीवी टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 320 रन बनाकर बढ़त की ओर बढ़ चुकी है. न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 25 रन की बढ़त भी हासिल कर ली है. इस समय टॉम ब्लंडेल और डेरिल मिशेल बल्लेबाजी कर कर रहे हैं.