भारत और न्यूजीलैंड (IND vs New Zealand) के बीच पहली बार आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मुकाबला होने वाले है. यह मुकाबला 18 से 22 जून के बीच इंग्लैंड के साउथैम्प्टन शहर के द एजेस बाउल स्टेडियम में खेला जाएगा. इस मुकाबले को देखने के लिए क्रिकेट प्रेमी भी काफी ज्यादा एक्साइडेट हैं. इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर (Dilip vengsarkar) ने केन विलियमसन की टीम को लेकर बड़ी बात कही है.
न्यूजीलैंड को लेकर भारतीय दिग्गज क्रिकेटर ने दी अपनी प्रतिक्रिया
दरअसल टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी का मानना है कि, इस फाइनल मैच में न्यूजीलैंड को ज्यादा एडवाटेंज मिलने वाला है. इसके पीछे की एक बड़ी वजह ये है कि, 2 जून से इंग्लैंड और कीवी खिलाडियों के बीच 2 मैचों के टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. इस बारे में 'क्रिकेट नेक्स्ट' से बातचीत करते हुए दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि,
न्यूजीलैंड को भारत के मुकाबले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में ज्यादा लाभ मिलने वाला है. क्योंकि वो इंग्लैंड के खिलाफ कुछ टेस्ट मैच खेलने के बाद डब्ल्यूटीसी का फाइनल खेलेंगे. इससे वो खुद को वहां के हालात के हिसाब से ढाल चुके होंगे. जबकि टीम इंडिया को इस मामले में देखना ज्यादा दिलचस्प होगा.
न्यूजीलैंड को इंग्लैंड में परिस्थियों का मिलेगा ज्यादा फायदा
दिलीप वेंगसरकर ने अपने हालिया बयान में स्पष्टतौर पर कहा कि,
'जी हां, न्यूजीलैंड को फायदा मिलेगा क्योंकि वो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल से पहले दो टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगी. इससे उन्हें काफी मदद मिलेगी. लेकिन, भारत खुद को कितनी जल्दी इन परिस्थितियों में ढालता है, ये ज्यादा महत्वपूर्ण है.
क्योंकि न्यूजीलैंड के पास पहले ही दो टेस्ट का अनुभव होगा. साथ ही टीम इंडिया के खिलाफ वो लगातार तीसरे टेस्ट मैच में खेलने उतरेगी. जबकि भारतीय टीम इस दौरे पर अपना पहला मैच खेलेगी.'
इंग्लैंड दौरे से नाखुश हैं पूर्व क्रिकेटर
'क्रिकेट नेक्स्ट' से बातचीत करते हुए दिलीप वेंगसरकर (Dilip vengsarkar) ने अच्छे प्रदर्शन के लिए टीम के खिलाड़ियों को कुछ सलाह भी दी है. उनका कहना है कि, इंग्लैंड में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में कामयाबी पाने के लिए भारतीय बल्लेबाजों को ज्यादा वक्त पिच पर बिताना होगा. क्योंकि इससे उन्हें खुद को वहां के कंडीशन के हिसाब से ढलने में मदद मिलेगी.
हालांकि इस दौरे से पूर्व क्रिकेट नाखुश भी दिखे. उन्होंने इस बारे में बयान देते हुए कहा कि,
'बल्लेबाज जितना ज्यादा हो सके, क्रीज पर वक्त बिताएं. पहले के दिनों में हमें फायदा मिलता था. क्योंकि टेस्ट मैच या उसके बीच हम काउंटी क्रिकेट खेलते थे. जिससे हमें वहां की परिस्थितियों में ढलने में खासा मदद मिलती थी. इस तरह के दौरे का कार्यक्रम कैसे बनाया गया है. मुझे नहीं पता.'