भारतीय टीम के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) बंगाल की ओर रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में खेलने के लिए साफ इनकार कर दिया है. उनके इस फैसले ने सभी को हैरत में डाल दिया है. आईपीएल के समापन होते ही रणजी ट्रॉफी नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे. रिद्धिमान साहा के इस फैसले के बाद बंगाल के साथ उनके शानदार करियर का अंत माना जा रहा है.
Wriddhiman Saha के फैसले पर CAB ने जारी किया बयान
रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने बंगाल की ओर रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में ना खेलने पर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) ने एक बयान जारी किया है. जिसमें बंगाल एसोसिएशन चाहता था कि वह बगाल की ओर रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लें. लेकिन, रिद्धिमान साहा ने साफ तौर से इनकार कर दिया है. उनके इस फैसले पर कैब अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने एक बयान में कहा,
'रणजी ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज में टॉप रैंक पर रहने वाली बंगाल की टीम अब नॉकआउट स्टेज में है. इस महत्वपूर्ण स्टेज के लिए बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन चाहता था कि ऋद्धिमान साहा बंगाल की टीम में रहे. मैंने यह बात रिद्धिमान को बताई और उनसे उनका फैसला बदलने का निवेदन किया. हालांकि, उन्होंने बताया कि वह रणजी नॉकआउट मुकाबले खेलने के लिए तैयार नहीं हैं.'
रिद्धिमान साहा ने बचपन के कोच के प्रस्ताव को भी ठुकराया
रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने साफ कह दिया कि वह बंगाल के लिए नहीं खेलेंगे. बंगाल की टीम 6 जून को बेंगलुरु में झारखंड के खिलाफ नॉकआउट मुकाबला खेलेगी. रिद्धिमान साहा इन दिनों आईपीएल में गुजरात टाइटन्स (GT) का हिस्सा हैं. बता दें कि आईपीएल के खत्म होने के बाद रणजी ट्रॉफी नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे.
साहा के इस फैसले ने सभी को हैरत में डाल दिया है. उन्हें मनाने के लिए उनके बचपन के कोच जयंता भौमिक के जरिए भी बात की गई लेकिन, साहा ने बंगाल की ओर से खेलने पर साफ मना कर दिया. उन्होंने बताया कि साहा अब बंगाल के लिए दोबारा नहीं खेलने का मन बना चुके हैं और जब भी NOC मांगेंगे, एसोसिएशन उन्हें यह दे देगा. जिससे वह किसी और राज्य के लिए खेल सकें.