आईपीएल के तुरंत बाद क्रिकेट का असली चटक रंग रोमांच टी-20 world cup के रूप में शुरु होगा। जिसके लिए सारी टीमों ने अपनी कमस कसनी शुरू कर दी है। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों को टी-20 विश्व कप से पहले इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज भी खेलनी है, और फिर आईपीएल 2021 का महासंग्राम तो है ही।
भारतीय टीम इस बार के टी-20 world cup को जीतने के मामले में प्रबल दावेदार है, क्योंकि भारतीय टीम में फिलवक्त एक से एक धुरंदर खिलाड़ियो की पूरी जमात खड़ी है। बहुत से क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि इस वक्त कप्तान कोहली की टीम की बेंच स्ट्रेंथ दुनिया की हर टीम से मजबूत है।
ऐसे में इतनी तगड़ी और मजबूत बेंच स्ट्रेंथ के बाद भारतीय टीम किन खिलाड़ियों को टी-20 world cup में खिलाने का फैसला करती है यह देखने वाली बात होगी, लेकिन अपने इस लेख में हम आपको उन 11 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो फिलवक्त सबसे मजबूत मजबूत दावेदार हैं।
टी-20 वर्ल्ड कप यह 11 खिलाड़ी खेल सकते हैं भारतीय टीम में:-
रोहित शर्मा
महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले 30 साल के रोहित शर्मा फिलहाल भारतीय टीम के सबसे काबिल ओपनिंग बल्लेबाज हैं। वो अब 108 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें वो अब तक 31.32 की शानदार औसत और 130.62 के अच्छे स्ट्राइक रेट के साथ 5230 रन बना चुके हैं। जिसमें वो अब तक चार शतक और 21 अर्धशतक ठोक चुके हैं।
रोहित शर्मा फिलहाल ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर भारतीय टीम में सबसे प्रबल दावेदार हैं, भारतीय टीम का कोई और ओपनिंग बल्लेबाज फिलहाल उन्हें रिप्लेस नहीं कर सकता है।
केएल राहुल
28 साल के केएल राहुल भारतीय टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज खेलते हैं, लेकिन केएल राहुल के मामले में एक बात खास बात यह है कि वो जितना कमाल विकेट पीछे खड़े होकर कर सकते हैं, उससे कही ज्यादा कमाल वो अपने बल्ले करते हुए देखे जाते हैं।
राहुल अब तक 44 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें वो 44.06 की शानदार औसत और 144.92 की दमदार स्ट्राइक रेट दम पर 1542 रन बना चके हैं। राहुल ने अब तक दो शतक और 12 अर्धशतक भी ठोके हैं। इस लिहाज से उनकी जगह टीम में विश्व कप के लिए पक्की मानी जा रही है।
विराट कोहली
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली हमेशा ही अपने प्रदर्शन के दम पर सुर्खियों में रहते हैं। 32 साल के विराट कोहली अब तक 84 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें 50.48 की लाजवाब औसत और 130.44 की शानदार स्ट्रइक रेट के साथ 2928 रन बना चुके हैं, साथ ही कोहली ने अब तक 25 अर्धशतक भी लगाएं हैं।
फिलहाल कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम उम्दा प्रदर्शन कर रही है, तो मान सकते हैं कि भारतीय टीम इस टी-20 वर्ल्ड कप में कोहली की कप्तानी में ही खेलेगी।
श्रेयस अय्यर/सूर्यकुमार यादव
श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार यादव यह ऐसे युवा बल्लेबाज हैं जो फिलहाल अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर रहे हैं। 26 साल के श्रेयस अब तक 23 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं जिसमें वो 26.81 की ठीक-ठाक औसत और 130.79 के अच्छे स्ट्राइक रेट के साथ 429 रन बना चुके हैं, जिसमें उन्होंने दो अर्धशतक भी जमाएं हैं।
दूसरी तरफ 30 साल सूर्यकुमार यादव अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण नहीं कर पाएं हैं लेकिन अब तक आईपीएल में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है, यादव ने अब तक आईपीएल के 101 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्हेंने 30.21 की शानदार औसत और 134.57 के अच्छे स्ट्राइक रेट साथ 2024 रन बनाए हैं।
अब इस बात का फैसला भारतीय चयन कर्ताओं को लेना होगा कि टी-20 वर्ल्ड कप के लिए इन खिलाड़ियों में से नंबर चार के लिए किसे चुनते हैं।
ऋषभ पंत
23 साल के ऋषभ पंत भारतीय टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज खेलते हैं, ऋषभ दोनों की चीजों में एक समान महारत रखते हैं। जितना उम्दा प्रदर्शन उनका विकेट के पीछे रहता है, उससे कही धमाकेदार प्रदर्शन उनका बल्ले रहता ही है।
ऋषभ पंत अब 27 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं जिमसें वो 20.5 की ठीक-ठाक औसत और 122.02 के अच्छे स्ट्राइक रेट के साथ 410 रन बना चुके हैं। लेकिन ऋषभ पंत के मामलें में खास बात यह है कि उनका हालिया प्रदर्शन बेहद ही रोचक रहा है, जिसकी वजह से उनकी जगह टी-20 वर्ल्ड कप की टीम में पक्की ही है।
हार्दिक पांड्या
भारतीय टीम के हरफनमौला ऑलराउंडर 27 साल के हार्दिक पांड्या हमेशा ही मैदान पर धमाल मचाते हुए नजर आते हैं। उनकी काबिलियत यह कि वो विपरीत परिस्थितियों में मैच को निकालना जानते हैं।
हार्दिक पांड्या अब तक 43 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें वो 18.48 की ठीक-ठाक औसत और 149.23 के धमाकेदार स्ट्राइक रेट के साथ 388 रन बना चुके हैं। साथ ही वो गेंदबाजी में भी 38 विकेट झटक चुके हैं। फिलहाल हार्दिक पांड्या की जगह टीम में कोई भी ऑलराउंडर नहीं ले सकता है।
रवींद्र जडेजा
भारतीय टीम के हरफनमौला ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को टीम में ‘सर जडेजा’ के नाम जाना जाता हैं, और वो मैदान पर प्रदर्शन भी ‘सर’ जैसा ही करते हैं।
अब तक जडेजा 50 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें वो 15.5 की बेहतरीन औसत और 122.44 के अच्छे स्ट्राइक रेट साथ 217 रन बना चुके हैं। खास बात यह कि कसी हुई गेंदबाजी के दम पर वो 39 विकेट भी चटका चुके हैं। फिलहाल रविंद्र जडेजा का कोई सब्सीट्यूट भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ में नजर नहीं आता है।
वाशिंगटन सुंदर
21 साल के युवा बल्लेबाज ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने अपने हालिया प्रदर्शन से काफी सुर्खियों बटोरी हैं। ज्यादातर क्रिकेट विश्लेषक उन्हें भारतीय टीम का भविष्य बता चुके हैं।
हालांकि सुंदर अब तक 25 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 6.67 की मामूली औसत और 148.15 की दमदार स्ट्राइक रेट साथ 40 ही रन बनाएं है। लेकिन खास बात यह कि वो 6.95 की कसी हुई इकोनॉमी के दम पर 21 विकेट चटका चुके हैं।
फिलहाल टीम में उनकी जगह को कोई खतरा नज़र नहीं आता, टी-20 विश्वकप के हम उनकी जगह पक्की मान सकते हैं।
युजवेंद्र चहल
युजवेंद्र चहल फिलहाल भारतीय टीम के उम्दा स्पिन गेंदबाज हैं, उनके हालिया प्रदर्शन ने सभी को उनका फैन बना दिया है। चहल के मामले में खास बात यह कि वो बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने के माहिर हैं।
चहल अब तक 45 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें वो 8.3 की ठीक-ठाक इकोनॉमी और 17.85 की शानदार स्ट्राइक रेट के साथ 59 विकेट चटका चुके हैं। उनके इसी प्रदर्शन के दम पर हम कह सकते हैं कि उनकी टी-20 विश्वकप में जगह पक्की होगी।
जसप्रीत बुमराह
भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद तेज गेंदबाज 27 साल के जसप्रीत बुमराह अपने प्रदर्शन से सबसे चौंकाते रहते हैं, वो अकेले एक मात्र ऐसे तेज गेंदबाज हैं जो अंतिम ओवर में विपरीत परिस्थितियों में मैच को पलटना जानते हैं।
बुमराह अब तक 49 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं जिसमें वो 6.67 की बेहद कसी हुई इकोनॉमी और 18.22 की शानदार स्ट्राइक रेट के दम पर 59 विकेट चटका चुके हैं। फिलहाल हम कह सकते है भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ में कोई भी उनका सब्सीट्यूट मौजूद नहीं है।
भुवनेश्वर कुमार/मोहम्मद शमी
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी दोनों शानदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं, लेकिन यह दोनों ही गेंदबाज वक्त-वक्त पर अपनी फिटनेस को लेकर टीम से बाहर होते नजर आते हैं।
भुवनेश्वर अब तक 43 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें वो 7.05 की बेहतरीन इकोनॉमी और 22.59 की ठीक-ठाक स्ट्राइक रेट के साथ 41 विकेट चटका चुके हैं। दूसरी तरफ शमी ने सिर्फ 12 अंतरराश्ट्रीय टी-20 मुकाबले खेले हैं, जिसमें वो 9.8 की मामूली इकोनॉमी और 21.83 की ठीक-ठाक स्ट्राइक रेट साथ 12 विकेट ले सके हैं।
अगर यह दोनों खिलाड़ी पूरी तरह फिट होते है तो भी टी-20 वर्ल्ड कप की टीम में किसी एक को ही जगह मिलेगी। अब देखना यह होगा की पिच कैसी होगी, अगर पिच पर स्विंग ज्यादा किफाइती होती है तो भुवनेश्वर ही खेलेंगे, लेकिन अगर पिच पर गति साथ देती है, तो शमी को मौका मिल सकता है।