क्रिकेट इतिहास की ऑलटाइम बेस्ट ODI प्लेइंग-XI, जो किसी भी टीम को रौंदने का रखते हैं माद्दा, लिस्ट में भारतीयों का है दबदबा

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Shivam Rajvanshi
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क्रिकेट इतिहास की ऑलटाइम बेस्ट ODI प्लेइंग-XI, जो किसी भी टीम को रौंदने का रखते हैं माद्दा, लिस्ट में भारतीयों का है दबदबा

साल 1971 में पहली बार एकदिवसीय (ODI) क्रिकेट मैच खेला गया था. यह मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था. सीमित ओवर प्रारूप में पहले मैच 60-ओवर के खेले जाते थे लेकिन फिर समय के साथ नियम बदले और ओवर घटकर 60 से 50 रह गये. तभी से हम वनडे क्रिकेट को 50 ओवर फॉर्मेट के नाम से भी जानते है.

क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप यानि टेस्ट क्रिकेट में खिलाडी के लिए क्रीज़ पर टिक कर खेलने और अपने विकेट को ना खोना सबसे बड़ी बात है. लेकिन वनडे क्रिकेट (ODI) में किसी खिलाड़ी के शानदार प्रदर्शन में सिर्फ लम्बी पारियां ही नहीं तेज़ और टीम को जीत दिलवाने वाली पारियां भी काफी मायने रखती है.

सचिन तेंदुलकर से लेकर विराट कोहली तक, जैक कैलिस से लेकर शेन वार्न तक वनडे क्रिकेट में हमको एक से बढ़कर एक शानदार खिलाड़ी मिले है. जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट के साथ-साथ वनडे क्रिकेट को भी दर्शकों के लिए काफी मनोरंजक बनाये रखा. लंबे समय तक एकदिवसीय क्रिकेट पर राज करने वाले ऐसे ही 11 खिलाडियों के बारे में आज हम बात करने वाले हैं और आपके सामने वनडे क्रिकेट के इतिहास की बेस्ट प्लेइंग-XI प्रदर्शित करेंगे।

ODI क्रिकेट में अबतक की सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग-XI

1. सचिन तेंदुलकर

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क्रिकेट इतिहास की शायद ही कोई ऐसी लिस्ट हो जो सचिन तेंदुलकर के नाम से बिना पूरी हो सके. सचिन को क्रिकेट का भगवान भी कहा जाता है. सचिन ने टीम इंडिया के लिए साल 1989 में अपना डेब्यू किया था और शुरुआत में मिडिल आर्डर में बल्लेबाज़ी करने वाले सचिन ने साल 1990 से टीम के लिए ओपनिंग की शुरुआत की और आज उनका नाम विश्व के बेहतरीन ओपनर में शुमार है. भारतीय टीम में उनसे बेहतर सलामी बल्लेबाज़ शायद ही कोई और होगा.

मास्टर ब्लास्टर के वनडे (ODI) करियर के आंकड़े देखे तो उन्होंने भारत के लिए 463 मैच खेले है. जिसमें  452 पारियों में उनके नाम 18426 रन दर्ज है. उनके नाम 49 शतक और 96 अर्धशतक दर्ज है. इसके अलावा सचिन टीम के लिए विकेट चटकाने में भी कामयाब रहे है. उनके नाम 154 विकेट 2 बार 5-विकेट हॉल के साथ दर्ज है. एक सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर सचिन ने 340 परियों में 15 हज़ार से भी ज्यादा रन बनाये है. वो वनडे क्रिकेट में 200 रन का आंकड़ा छूने वाले पहले खिलाड़ी है.

2. वीरेंद्र सहवाग

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वर्ल्ड क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज़ी की बात हो और वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) का नाम ना आये ऐसा कैसे हो सकता है. भारतीय क्रिकेट में सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक रहे वीरेंद्र सहवाग वनडे क्रिकेट में एक बेहतरीन ओपनर साबित होते है. उनका पहली ही गेंद पर चौका मारना भी एक कला है. 50 ओवर क्रिकेट में उन्होंने 219 रन की पारी भी खेली है. इसके अलावा सचिन के साथ उनकी साझेदारी का रिकॉर्ड भी काफी शानदार है.

सहवाग के वनडे क्रिकेट (ODI) करियर की बात करे तो उन्होंने भारत के लिए 251 मैच खेले है. इन 251 मैचों की 245 परियों में उन्होंने 8,273 रन बनाये है जिसमें 15 शतक और 38 अर्धशतक के साथ एक दोहरा शतक भी शामिल है. इसके अलावा सहवाग टीम के लिए पार्ट-टाइम बॉलर के तौर पर भी कई मौकों पर एक अच्छा गेंदबाज़ी विकल्प भी साबित हुए है. उनके नाम वनडे क्रिकेट में 96 विकेट भी दर्ज है.

3. विराट कोहली

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मौजूदा समय के सबसे बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी की बात करे तो नंबर तीन पर विराट कोहली (Virat Kohli) से बेहतर बल्लेबाज़ शायद ही कोई और होगा. कोहली वर्ल्ड क्रिकेट में भी एक बड़ा नाम है जो अपने दम पर किसी भी मैच का रुख बदलने में माहिर है. कोहली के करियर की औसत 57.68 है. रन चेज़ करने में माहिर कोहली को चेज़ मास्टर भी कहा जाता है.

वनडे क्रिकेट (ODI Cricket) में कोहली के प्रदर्शन की बात करे तो उन्होंने 262 मैचों में 12 हज़ार से भी ज्यादा रन बनाए है. 43 शतक और 64 अर्धशतक के साथ वो शतक के मामले में सिर्फ रिकी पोंटिंग और सचिन से ही पीछे है.  कोहली का नंबर 3 पर प्रदर्शन काफी बेहतरीन रहा है. उन्होंने 199 पारियों में 10,228 रन बनाये है. कोहली का हाईएस्ट स्कोर 183 भी नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए ही बना है.

4. रिकी पोंटिंग

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ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक रिकी पोंटिंग वनडे क्रिकेट में सबसे बेहतरीन खिलाडियों में से एक माने जाते है. अपनी कप्तानी के साथ-साथ एक खिलाडी के तौर पर भी वो टीम के लिए अहम् योगदान देने वाले खिलाडी है. लेग साइड पर बेहतरीन शॉट्स खेलने के लिए मशहूर पोंटिंग ने लगभग 17 साल क्रिकेट खेला है. नंबर तीन पर खेलते हुए उन्होंने कई मैच जीताऊ पारियाँ भी खेली है. साल 2003 में इंडिया के लिए खिलाफ 50  ओवर वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन कौन ही भूल सकता है.

वनडे क्रिकेट (ODI) में पोंटिंग के प्रदर्शन की बात करे तो साल 1995 में अपना डेब्यू करने वाले रिकी ने अपने करियर में 375 एक दिवसीय मैच खेले है. 365 पारियों में उन्होंने 13,704 रन बनाये है. उनके बल्ले से 30 शतक और 82 अर्धशतक भी निकले है. उनके नाम वनडे क्रिकेट में कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा मैच खेलने का भी रिकॉर्ड है. इसके अलावा वो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाडियों और सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में नंबर तीन पर आते हैं.

5. जैक कैलिस

ODI

साउथ अफ्रीका टीम के सबसे महान ऑलराउंडर कहे जाने वाले जैक कैलिस का वनडे क्रिकेट में प्रदर्शन भी उनके टेस्ट करियर की ही तरह काफी बेहतरीन नजर आता है. वर्ल्ड क्रिकेट में भी उनके जैसा ऑलराउंडर काफी कम ही देखने को मिले हैं. क्रिकेट इतिहास में उन्हें 57 बार प्लेयर ऑफ़ द मैच का अवार्ड मिला है जो उनकी प्रतिभा को बेहतर दर्शाता है. टीम में एक ऑलराउंडर के तौर पर उनकी जगह एक दम पक्की नज़र आती है.

वो वनडे क्रिकेट में 10 हजार से ज्यादा रन और 250 से ज्यादा विकेट लेने वाले चुनिंदा खिलाडियों में से एक हैं. वनडे करियर पर नंबर डाले तो कैलिस ने अभी तक साउथ अफ्रीका के लिए 328 वनडे मैच खेले हैं. 328 मैच की 314 पारियों में उन्होंने 11,579 रन बनाये हैं जिसमें उनके नाम 17 शतक और 86 अर्धशतक दर्ज हैं. इसके अलावा उनके नाम वनडे में उनके नाम 273 विकेट 4.84 की एनोकोमी से दर्ज है. वो 2 बार एक मैच में 5 विकेट भी चटका चुके है.

6. कपिल देव

Kapil Dev

वनडे वर्ल्ड बेस्ट प्लेइंग XI की बात हो और कपिल देव का नाम ना लिया जाये ऐसा कैसे हो सकता है. 1983 में इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीतने वाले पहले कप्तान कपिल देव दुनिया के सबसे बेहतरीन आलराउंडर कहे जाते हैं. अपने समय में कपिल देव को एक ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ के तौर पर जाना जाता है. उनका करियर स्ट्राइक रेट 95 से भी ज्यादा है जबकि उस समय 50-60 के आंकड़े को भी बढ़िया कहा जाता था.

बल्ले के साथ-साथ वो गेंदबाज़ी में भी टीम की जान साबित होते रहे. कपिल देव के नाम वनडे क्रिकेट में एक समय पर 175* की पारी खेलने का भी वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज था जो उन्होंने 1983 के वर्ल्ड कप के दौरान बनाया था. इंडिया के लिए 225 वनडे मैच खेलने वाले कपिल ने 3,783 रन बनाने के साथ-साथ 253 विकेट भी सिर्फ 3.72 की इकॉनमी से अपने नाम किये हैं.

7. महेंद्र सिंह धोनी

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साल 2011 में भारतीय टीम को छक्का मारकर वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान कूल महेंद्र सिंह धोनी वनडे वर्ल्ड XI के लिए भी बेहतरीन कप्तान साबित हैं. धोनी तीनों ही फॉर्मेट में टीम के लिए एक अहम खिलाड़ी साबित हुए. वनडे क्रिकेट में धोनी एक निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए अकेले ही मैच का रुख बदलने में सक्षम है. एक कप्तान के तौर पर मौजूदा दौर में उनसे बेहतर फिनिशर मिल पाना लगभग नामुमकिन है. संन्यास ले चुके भारतीय  खिलाड़ियों में धोनी का औसत सबसे ज्यादा है.

माही के एकदिवसीय क्रिकेट करियर की बात करें तो निचले क्रम पर बल्लेबाज़ी करने की वजह से वो टीम के लिए हमेशा ही एक फिनिशर की भूमिका निभाते रहे. उन्होंने सबसे ज्यादा नंबर सात पर बल्लेबाज़ी की है. लेकिन नंबर तीन से लेकर नंबर 8 तक वो किसी भी बल्लेबाज़ी क्रम में फिट होने की कला रखते हैं. धोनी ने अभी तक 350 वनडे मैच खेले हैं जिसमें 297 पारियों में उनके नाम 10,773 रन दर्ज है. साथ ही वो ICC के दोनों वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्राफी जीतने वाले एकलौते कप्तान है.

8. वसीम अकरम

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पेस बॉलिंग की जब भी बात होती है वो पाकिस्तानी टीम का नाम टॉप 3 में जरुर नज़र आता है. अपने दौर में पाकिस्तानी टीम की गेंदबाज़ी किसी भी विरोधी टीम को बिखेरने का दम रखती थी. ऐसे में टीम के स्विंग मास्टर वसीम अकरम का नाम भी इस वर्ल्ड बेस्ट XI में आता है. वर्ल्ड कप 1992 में टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले अकरम वनडे क्रिकेट में अपनी यॉर्कर, स्लो बॉल्स और स्विंग गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं. आज भी अकरम का नाम सबसे बेहतरीन गेंदबाजों की लिस्ट में आता है.

वनडे क्रिकेट में वसीम अकरम के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने पाकिस्तान के लिए अभी तक 356 वनडे मैच खेले हैं. इस दौरान उनके नाम 502 विकेट दर्ज है जिसमें उनकी इकॉनमी सिर्फ 3.9 की है. वनडे क्रिकेट में वो 500 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज़ है. 50 - ओवर फॉर्मेट में वो 6 बार 5 विकेट हॉल भी अपने नाम कर चुके हैं. उनके बल्ले से इस दौरान 3,717 रन भी निकले हैं जिसमें 6 अर्शधतक भी शामिल है.

9. ग्लेन मैक्ग्रा

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ऑस्ट्रेलिया के लिए तीनों प्रारूप खेलने वाले ग्लेन मैक्ग्रा वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे बेहतरीन तेज़ गेंदबाजों में से एक है. मैकग्रा को हमेशा से ही उनके शांत स्वभाव और सटीक लाइन -लेंग्थ के लिए जाना जाता है. उनके खिलाफ रन बनाना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए काफी मुश्किल रहा है. घरेलू मैदान के अलावा विदेशी पिचों पर भी उनका प्रदर्शन हमेशा ही बेहतरीन रहा है. ऑस्ट्रेलिया के लिए तीन बार वर्ल्ड कप विजेता टीम में शामिल ग्लेन मैकग्रा साल 2007 वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज़ थे.

ग्लेन के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए अभी तक 250 मैच खेले हैं. इस दौरान उन्होंने 22 से ज्यादा की एवरेज से 381 विकेट अपने नाम किया है. उनकी खासियत किफायती गेंदबाज़ी भी कही जा सकती है. इसके अलावा वो टीम के लिए एक अच्छे फील्डर भी रहे. मैक्ग्रा एक ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन वो बल्लेबाज़ के तौर पर कभी रन नहीं बना पाएं.

10. मुथैया मुरलीधरन

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टीम में स्पिनर की बात करें और श्रीलंका के महान खिलाड़ी मुथैया मुरलीधरन का नाम न आए ऐसा भला कैसे हो सकता है. ऑफ स्पिनर मुरलीधरन के नाम वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है. एकदिवसीय क्रिकेट में श्रीलंका टीम के लिए मैच विनर साबित होने वाले मुरलीधरन ने लगभग 20 सालों तक क्रिकेट खेला है. उनके नाम वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड भी है जो काफी लम्बे समय तक टूटता हुए दिखाई भी नहीं देता है.

वनडे करियर की बात करें तो, मुथैया मुरलीधरन ने श्रीलंका के लिए 350 वनडे मैच खेले है. 350 मैचों की 341 पारियों में उनके नाम 534 विकेट दर्ज है. उनका एवरेज 23.08 तथा इकॉनमी 3.93 का रहा है जो काफी अच्छा कहा जा सकता है. इसके अलावा मुरलीधरन सबसे ज्यादा बार चार विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आते हैं.

11. शेन वार्न

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शेन वार्न वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे महान खिलाड़ियों में से एक है. बेहतरीन टेस्ट करियर के साथ-साथ उनका वनडे प्रदर्शन भी काफी शानदार रहा है. वार्न एक काफी किफायती गेंदबाज़ रहे हैं और उनकी गेंदबाज़ी के खिलाफ किसी भी खिलाड़ी के लिए रन बनाना काफी मुश्किल है. वार्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए लगातार दो वर्ल्ड कप जीतने में अहम योगदान दिया है. साल 2005 में उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.

वनडे करियर की बात करें तो शेन वार्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 194 वनडे मैच खेले हैं. इन 194 मैच में उनके नाम 293 विकेट दर्ज है. साल 1993 में अपना वनडे डेब्यू करने वाले वार्न ने सिर्फ एक बार ही एक मैच में पांच विकेट अपने नाम किये है. शेन वार्न के नाम एक कैलेन्डर में सबसे ज्यादा विकेट लेने का भी रिकॉर्ड है. साथ ही वो सबसे तेज़ 250 विकेट लेने वाले पांचवे गेंदबाज़ हैं.

वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे बेहतरीन प्लेइंग XI

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सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली, रिकी पोंटिंग, जैक कैलिस, कपिल देव, महेंद्र सिंह धोनी, वसीम अकरम, ग्लेन मैक्ग्रा, मुथैया मुरलीधरन, शेन वार्न.

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