साल 2018 से आईपीएल के साथ हर साल महिला क्रिकेट के लिए भी बीसीसीआई द्वारा वूमेन T20 चैलेंज (Women's T20 Challenge) का आयोजन कराया जाता है. जिसमें 3 टीमें शामिल होती हैं. ट्रेलब्लेजर्स, वेलोसिटी और सुपरनोवाज नाम की तीन टीमें हर साल इस T20 चैलेंज में भाग लेती हैं. लेकिन पिछले साल इसका कोरोना के मामलों में वृद्धि होने की वजह से इसका आयोजन नहीं किया गया था. लेकिन अब बीसीसीआई के प्रेजिडेंट और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने वूमेन T20 चैलेंज (Women's T20 Challenge) को लेकर एक बड़ा बयान दिया है.
Women's T20 Challenge को लेकर सौरव गांगुली का बड़ा बयान
आपको बता दें कि साल 2018 में बीसीसीआई ने वूमेन T20 चैलेंज (Women's T20 Challenge) की शुरुआत की थी. इसका उदेश्य वूमेन फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट को प्रोमोट करना था. अब तक 3 बार इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है. इस टूर्नामेंट में 2 लीग मुकाबलों के साथ एक फाइनल मुकाबला खेला जाता है. हालांकि वूमेन T20 चैलेंज में शुरुआती सीज़न में केवल एक ही मैच खेला गया था. जिसके बाद साल 2019 से टूर्नामेंट को बड़ा दिया गया.
सौरव गांगुली ने वूमेन T20 चैलेंज (Women's T20 Challenge) के संबंध में कहा कि, "महिला टी20 चैलेंज इस साल मई में फिर से होगा. उम्मीद है कि भविष्य में हम एक बड़े महिला आईपीएल की मेजबानी करने में सक्षम होंगे. लेकिन इस साल आईपीएल प्लेऑफ के दौरान वूमेन T20 चैलेंज का आयोजन ज़रूर होगा."
हर साल 2018 से इस टूर्नामेंट का आयोजन आईपीएल प्लेऑफ के दौरान किया जाता है. वहीं वूमेन T20 चैलेंज (Women's T20 Challenge) 2020 का खिताब स्मृति मंधाना की अगुवाई में ट्रैलब्लेज़र्स ने जीता था.
कोरोना को लेकर भी बोले सौरव गांगुली
भारत और वेस्ट इंडीज़ के बीच 6 फरवरी से 3 मैचों की वनडे सीरीज़ की शुरुआत अहमदाबाद में होने वाली है. श्रृंखला के तीनों मैच अहमदाबाद में ही खेले जाएंगे. वहीं इसके फ़ौरन बाद दोनों टीमों के बीच में 16 फरवरी से 3 मैचों की T20I सीरीज़ भी खेली जाएगी, सीरीज़ के तीनों मुकाबले कोलकाता में खेले जाएंगे.
ऐसे में कोरोना के चलते वनडे सीरीज़ में दर्शकों को आने की अनुमति नहीं मिलेगी, पूरी श्रृंखला क्लोज्ड डोर के रूप में खेली जाएगी. जबकि T20I सीरीज़ में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में 75 प्रतिशत दर्शकों को स्टेडियम में आकर मैच देखने की अनुमति होगी.
सौरव गांगुली ने कोरोना की वजह से बिना किसी दर्शक के एकदिवसीय श्रृंखला होने के संबंध में कहा कि, "यह (1000वां वनडे) भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा क्षण है, लेकिन दुर्भाग्य से, मैच बिना भीड़ के खेला जाएगा। श्रृंखला भी खाली स्टेडियमों में खेली जाएगी। इसे और बेहतर तरीके से किया जा सकता था अगर COVID-19 नहीं होता."