WI vs IND: भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज चल रही है. डोमिनिका में खेले गए पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज की टीम भारतीय गेंदबाजी के सामने के पूरी तहर धाराशाई हो गई और मैच पारी तथा 141 रन के बड़े अंतर से हार गई. वेस्टइंडीज की टीम जिस तरह से खेल रही है उसे देखकर ऐसा लगता है कि दूसरा टेस्ट भी जीतने में टीम इंडिय़ा को कोई खास परेशानी नहीं होगी. वजह है कि कैरेबियन टीम की लचर बल्लेबाजी और गेंदबाजी.
हाल के कुछ वर्षों में वेस्टइंडीज क्रिकेट का स्तर लगातार गिरा है. एक वक्त था जब वेस्टइंडीज के बल्लेबाज जहां विपक्षी गेंदबाजों पर कहर बनकर टूटते थे वहीं गेंदबाज विपक्षी बल्लेबाजों के मन में खौफ का दूसरा नाम हुआ करते थे. आईए आपको एक ऐसी ही सीरीज के बारे में बताते हैं जब भारतीय टीम के बल्लेबाज वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के सामने चोटिल होकर अस्पताल पहुँच गए थे.
1976 की वो सीरीज
भारत और वेस्टइंडीज (WI vs IND) के बीच 1975 विश्व कप के बाद 1976 में 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी. उस समय वेस्टइंडीज की टीम दुनिया की सबसे ताकतवर क्रिकेट टीम थी जबकि भारतीय टीम का रुतबा क्रिकेट में काफी छोटा था. हालांकि कमजोर टीम होते हुए भी भारतीय टीम ने उस सीरीज में वेस्टइंडीज को कड़ी टक्कर दी थी और उन्हें घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था लेकिन सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट में कुछ ऐसा हुआ जिसकी कल्पना शायद भारतीय टीम और भारतीय क्रिकेट फैंस ने नहीं की थी.
चौथे टेस्ट में गेंदबाज बने काल
भारत और वेस्टइंडीज (WI vs IND) के बीच हुए चौथे टेस्ट में वेस्टइंडीज के गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के लिए काल बन गए थे. टॉस जीतकर वेस्टइंडीज ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था. भारतीय़ टीम ने पहले दिन एक विकेट पर 175 रन बना दिए. दूसरे दिन वेस्टइंडीज के कप्तान क्लाइव लॉयड ने अपने गेंदबाजों को लगातार बाउंसर करने की सलाह दे दी जिससे भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी होने लगी और बल्लेबाज चोटिल होने लगे.
175 पर 1 वाले भारत ने 306 रन पर 6 विकेट गंवा दिए. इस दौरान अंशुमान गायकवाड़, बृजेश पटेल और गुंडप्पा विश्वनाथ चोटिल होकर अस्पताल पहुँच गए. इंजरी की वजह से कप्तान बिशन सिंह बेदी ने भारतीय पारी को 6 विकेट पर 306 पर ही घोषित कर दिया. इसके बाद वेस्टइंडीज को भारतीय गेंदबाजों ने 391 पर रोक दिया.
लेकिन फिल्डिंग के दौरान कप्तान बिशन सिंह बेदी और भागवत चंद्रशेखर चोटिल हो गए. दूसरी पारी में भारतीय टीम 5 विकेट पर सिर्फ 97 रन बना सकी क्योंकि 5 खिलाड़ी इंजर्ड होकर अस्पताल पहुँच गए थे. इस वजह से पहली पारी में 85 रन की लीड लेने वाली वेस्टइंडीज को जीत के लिए सिर्फ 13 रन बनाने जो उन्होंने 1.5 ओवर में बना लिए.
2-1 से हारी टीम इंडिया
4 टेस्ट मैचों की इस सीरीज (WI vs IND) में भारतीय टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया. अगर चौथे टेस्ट में वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने गलत रणनीति के साथ गेंदबाजी न की होती तो शायद भारतीय टीम चौथा टेस्ट जीत सकती थी या फिर ड्रॉ कर सकती थी. लेकिन वेस्टइंडीज की बॉडी पर गेंद फेंकने की रणनीति की वजह से भारतीय खिलाड़ी इंजर्ड हुए और हमारी टीम को हार का सामना करना पड़ा. सीरीज का पहला टेस्ट वेस्टइंडीज ने जीता था, दूसरा ड्रॉ रहा था, तीसरा टेस्ट भारत ने जीता था, चौथा टेस्ट जीत वेस्टइंडीज ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी.
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