भारतीय क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर इन दिनों श्रीलंका में अंडर-19 खेल रहे हैं. मैच से पहले अर्जुन का चयन जब इस दौरे के लिए हुआ था तब कुछ क्रिकेट जानकारों ने सवाल खड़े किये थे. इनमें ही कुछ लोगों ने दबी जुबान में कहा था कि अर्जुन के दौर में खेल रहे युवा खिलाड़ियों को वो लाइमलाइट उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद भी नहीं मिलेगी जो जूनियर तेंदुलकर अपने साधारण प्रदर्शन पर बटोर लेंगे. पहले ही कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को दरकिनार कर अर्जुन को मौका दिया गया है जिसके पीछे सचिन का हाथ बताया जा रहा है.
अब जब अर्जुन अपना पहला डेब्यू मैच खेल रहे हैं. इस मैच में मीडिया का पूरा फोकस अर्जुन पर ही है. भले ही भारत की तरफ से कई युवा खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन आम आदमी या भारतीय क्रिकेट फैन्स तक सिर्फ एक खिलाड़ी का नाम पहुँच रहा है. वह नाम है अर्जुन तेंदुलकर का. अभी तक अर्जुन के प्रदर्शन की बात करें तो गेंद व बल्ले दोनों से जूनियर तेंदुलकर फ्लाप ही रहे हैं लेकिन अब जब सचिन के बेटे हैं इसका फायदा भी तो मिलेगा. इस मैच में अर्जुन ने सिर्फ एक विकेट हासिल किया वहीं बल्ले से बिना खाता खोले चलते बने.
शतक के साथ चार विकेट झटके वाले इस खिलाड़ी का जिक्र तक नहीं हो रहा
एक तरफ जहां अर्जुन तेंदुलकर अपने पहले विकेट की वाह-वाही मीडिया में खूब बटोर रहे थे. उस दौरान एक खिलाड़ी भारतीय अंडर 19 टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा रहा था. नाम आयुष बदोनी, बोलिंग के दौरान 4 विकेट और बल्लेबाजी के दौरान 115 गेंदों में शानदार 107 रन. इस पारी में आयुष ने कुल 11 चौके और दो छक्के मारे. आयुष के साथ मैदान ओर टिके रहे अथर्व तायडे. इन्होंने 113 रनों की पारी खेली.
इनकी शानदार साझेदारी ने भारत को मजबूत स्थिति में खड़ा कर दिया है। पेहली पारी में श्रीलंका को 244 रनों पर समेटने के बाद, अब दूसरा दिन खत्म होने तक भारत 5 विकेट खो 473 रन बना चुका है.
दूसरा अंडर-19 टेस्ट 24 जुलाई से हंबनटोटा में खेला जाएगा जबकि वनडे सीरीज कोलंबो में 30 जुलाई से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेगी।
अंडर 19 में खेल बहुत से नामी चेहरे भारतीय टीम का हिस्सा बनते है
अंडर 19 से युवाओं को जल्द ही भारतीय टीम में जगह मिल जाती है। यहां तक कि आईपीएल के दौरान इन खिलाड़ियों को हाथों-हाथ उठा लिया जाता है। क्रिकेट भारत का सबसे चहिता खेल है और ऐसे में खिलाड़ियों की प्रतिभा देश के सामने रखने का काम मीडिया के जिम्मे गड़ा जाता है।