3 कारण जिसके वजह से पिंक बॉल टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुरी तरह हारी भारतीय टीम
Published - 19 Dec 2020, 12:11 PM

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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच एडिलेड के मैदान पर खेल गया। मैच में ऑस्ट्रेलिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 8 विकेट से मैच में जीत हासिल कर ली। ऑस्ट्रेलिया को मैच में जीत हासिल करने के लिए 90 रन बनाने थे। टीम ने 2 विकेट खोकर मैच में जीत हासिल कर ली।
मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर डाले तो पहली पारी में टीम के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन दूसरी पारी में भारत के बल्लेबाज बल्लेबाजी में फेल रहे। जिसके कारण भारत को हार झेलनी पड़ी।
मैच में हार के बाद भारत के क्रिकेट फैंस ने टीम के कई खिलाड़ियों को हार का जिम्मेदार ठहराया। इसी क्रम में हम बात करेंगे भारत के हार के 3 बड़े कारणों के बारे में जो अगर भारतीय क्रिकेट टीम नहीं करती तो शायद भारतीय टीम मैच में जीत हासिल कर सकती थी।
भारतीय खिलाड़ियों ने खराब फील्डिंग
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों द्वारा पहले टेस्ट मैच में किए गए प्रदर्शन पर नजर डाले तो टीम के खिलाड़ियों ने मैच में बेहद खराब फील्डिंग की। भारतीय क्रिकेट ने पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए 244 रन बनाए थे। जब ऑस्ट्रेलिया टीम बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरी तो भारतीय खिलाड़ियों ने खराब फील्डिंग की।
भारत के खिलाड़ियों ने फील्डिंग के दौरान पहली पारी में 4 कैच छोड़े, नहीं तो मेजबान टीम 150 से कम स्कोर पर सिमट सकती थी। ऐसे में भारत के पास और ज्यादा बढ़त होती वहीं भारत के खिलाड़ी दूसरे दिन के आखिरी सेशन में बल्लेबाजी करते हुए अच्छी बल्लेबाजी कर सकते थे।
बल्लेबाजों ने की एक जैसी गलतियाँ
पहले टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर डाले तो टीम के बल्लेबाज एक तरह से आउट हुए। भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज ज्यादातर बाहर जाती गेंद पर आउट हुए, वहीं टीम का कोई बल्लेबाज जिम्मेदारी से खेलता नजर नहीं आया।
दोनों ही पारियों में भारतीय क्रिकेट टीम को मयंक अग्रवाल से काफी उम्मीद थी लेकिन वह दोनों ही पारी में टीम को अच्छी शुरुआत देने में असफल रहे। वहीं विराट कोहली पहले टेस्ट मैच के दौरान वहीं गलती करते नजर आए जो वह साल 2014 के इंग्लैंड दौरे पर किए थे।
टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे से काफी उम्मीद थी, लेकिन जब जरूरत पड़ी की टीम के लिए बड़ी पारी खेले तो उन्होंने भी हाथ ऊपर कर लिया। दूसरी पारी में रहाणे बिना खाता खोले वापस पवेलियन लौटे। हनुमा विहारी से भारत को काफी उम्मीद थी, लेकिन वह भी गैरजिम्मेदारना शॉट खेलकर आउट हुए।
कप्तान की खराब रणनीति
पहले टेस्ट मैच में भारतीय गेंदबाजों ने बेहद शानदार प्रदर्शन का नजारा पेश किया, पहली पारी में गेंदबाजों ने भारत को 53 रनों की बढ़त दिलाई। लेकिन भारतीय टीम के रणनीति पर नजर डाले तो भारतीय कप्तान को ऑस्ट्रेलिया के नीचले क्रम के बल्लेबाजों को आउट करने में काफी वक्त लग गया।
भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के टॉप 7 बल्लेबाजों को 111 रनों पर वापस पवेलियन भेज दिया था, लेकिन आखिरी 3 विकेट को आउट करने में भारतीय टीम के गेंदबाजों ने 80 रन खर्च कर दिए। यह कही न कही टीम की खराब रणनीति है।