जानिए क्यों अनुभवी अजित अगरकर नहीं बने भारतीय टीम के चयनकर्ता, अभय कुरुविला ने पछाड़ा
Published - 25 Dec 2020, 10:56 AM

Table of Contents
बीसीसीआई ने गुरुवार को टीम इंडिया के 3 नए सेलेक्टर्स का ऐलान किया, और चेतन शर्मा को चीफ सेलेक्टर बनाया गया। बीसीसीआई द्वारा नए सेलेक्टर के ऐलान के बाद फैंस काफी दंग रह गए। दरअसल चयन समिति का हिस्सा बनने के लिए अजित अगरकर ने भी आवेदन किया था, लेकिन उन्हें चयन समिति का हिस्सा नहीं बनाया गया। अगरकर को चयनकर्ता भी बनने के बाद लोगों ने काफी सवाल खड़े किए।
अजित अगरकर को नहीं बनाया गया चयनकर्ता
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर अजित अगरकर और अभय कुरुविला एक स्थान के लिए प्रबल दावेदार थे। उम्मीद थी की अगरकर बाजी मार लेंगे और अजित अगरकर ज्यादा क्रिकेट अनुभव होने के कारण मुख्य चयनकर्ता भी बन सकते थे।
लेकिन ऐसा नहीं हुआ अभय कुरुविला को चयन समिति का हिस्सा बनाया गया, साथ ही चेतन शर्मा और देवाशीष मोहंती भी इस चयन समिति के हिस्सा बनाए गए थे तो सबसे ज्यादा मैच खेलने के अनुसार चेतन शर्मा को मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किया गया।
कैसे चयन समिति का हिस्सा नहीं बन पाए अगरकर?
खबरों के मुताबिक की जब इन खिलाड़ियों को चयन समिति का हिस्सा बनाने को लेकर विचार किया जा रहा था, उस दौरान अजित आगरकर और अभय कुरुविला के नाम पर काफी देर तक विचार हुआ। काफी विचार-विमर्श के बाद कुरूविला के नाम की पुष्टि हुई। जिनकी क्रिकेट उपलब्धियां अगरकर के सामने कहीं नहीं थीं।
रिपोर्ट आ रही है कि अगरकर को चयन समिति का हिस्सा इसलिए नहीं बनाया गया, क्योंकि मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) का समर्थन कभी प्राप्त नहीं था। ऐसे आरोप थे कि मुंबई के मुख्य चयनकर्ता के तौर पर उन्होंने मैच नहीं देखे थे. अभय करूविला को मुंबई क्रिकेट जगत में प्रभावशाली लोगों का समर्थन प्राप्त था।
अगरकर और कुरूविला के आँकड़े
अगर क्रिकेट के आंकड़ों के नजरिए से देखें तो अगरकर के सामने कुरुविला कुछ भी नहीं है। अगरकर के पास 26 टेस्ट और 151 वनडे मैच खेलने का अनुभव है। जबकि कुरुविला ने अपने पूरे क्रिकेट करियर के दौरान 10 टेस्ट और 25 वनडे मैच खेले। अजीत अगरकर अपने क्रिकेट रिकॉर्ड के बावजूद अभय कुरूविला को नहीं पछाड़ सकते थे, लेकिन शायद वह बोर्ड की राजनीति का शिकार हो गए।