जब विराट कोहली के पिता ने किया था चयन के लिए रिश्वत देने से इंकार!

Published - 20 May 2020, 05:01 AM

खिलाड़ी

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने खुलासा किया है कि उनके पिता प्रेम कोहली ने उनके चयन के लिए एक अधिकारी को रिश्वत देने से इनकार कर दिया. कोहली के पिता ने यह स्पष्ट कर दिया कि अगर उनके बेटे का चयन मेरिट में हो जाता है तो यह ठीक है लेकिन उन्होंने उसे सफल बनाने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं चुना. कोहली ने कहा कि यह उनके लिए जिंदगी का एक सबसे बड़ा सबक था.

बस फिर क्या था दिल्ली के इस खिलाड़ी ने कड़ी मेहनत करनी शुरू कर दी और इसके बाद परिणाम सामने आए. कोहली ने कहा कि जब वह राज्य स्तर पर पहुंचे, तो उन्हें लगा कि वह खेल में आगे जा सकते है. भारतीय कप्तान ने कहा कि जब वह अंडर -19 टीम के साथ दौरे पर गए, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ा.

जब कोहली के पिता से मांगी गयी थी रिश्वत

कोहली ने कहा कि उनके पिता को यह भी समझ में नहीं आ रहा था कि जब अधिकारी ने कहा कि चयन के लिए ’थोड़ा अतिरिक्त’ की जरूरत होगी. हाल में ही कोहली ने इंस्टाग्राम लाइव चैट पर सुनील छेत्री से बात करते हुए कहा,

"दिल्ली में, कभी-कभी ऐसी चीजें होती हैं जो उचित नहीं होतीं. एक उदाहरण था जहां कुछ लोग नियमों के अनुसार नहीं खेलते थे जब चयन के मानदंडों के अनुसार. उन्होंने मेरे पिता से कहा था कि मेरे पास चयन के लिए योग्यता है, थोड़ा अतिरिक्त (संभवतः एक रिश्वत) को मेरे चयन की पुष्टि करने की आवश्यकता थी.

मेरे पिता, जो एक ईमानदार मध्यवर्गीय व्यक्ति थे, जिन्होंने एक सफल वकील बनने के लिए जीवन भर कड़ी मेहनत की, उन्हें यह भी समझ में नहीं आया कि थोड़ा अतिरिक्त क्या मतलब है. मेरे पिता ने बस कहा - यदि आप विराट का चयन करना चाहते हैं, तो इसको योग्यता पर कीजिये... मैं आपको अतिरिक्त कुछ नहीं दूंगा.’’

यही से हुई एक विराट युग की शुरुआत

इसके बाद, कोहली चयन से वंचित रह गए. हालांकि, कोहली ने स्वीकार किया कि इसने उन्हें एक कठिन सबक सिखाया कि उन्हें जीवन में सब कुछ अर्जित करना होगा और यह उन्हें चांदी के चम्मच में नहीं परोसा जाएगा.

कोहली ने तब अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. दाएं हाथ के खिलाड़ी ने साल 2007-08 में टीम इंडिया को अंडर -19 विश्व कप जीता देश का गौरव बढ़ाया. कोहली ने आगे कहा,

"मैं चयनित नहीं हुआ. मैं बहुत रोया. मैं टूट गया था. लेकिन उस घटना ने मुझे बहुत कुछ सिखाया. मुझे एहसास हुआ कि मुझे सफल होने के लिए असाधारण होना था और मुझे अपने प्रयास और परिश्रम से यह मुकाम हासिल करना था.’’

आज पुरे विश्व में बज रहा है कोहली के नाम का डंका

मौजूदा समय में विराट कोहली दुनिया के सबसे सफल और कामयाब बल्लेबाज माने जाते है. बीते दस वर्षों से विराट का लगातार काबिले तारीफ प्रदर्शन देखने को मिला है. कोहली ने 21000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय रन बनाए हैं और उनके खाते में 70 शतक भी दर्ज हैं.

वाकई में विराट कोहली की कड़ी मेहनत ने आज उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाने में मदद की. कोहली के पिता ने उन्हें सही रास्ता दिखाया और उन्होंने उन्हें आज महान बल्लेबाज बनाने में अहम भूमिका निभाई.

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