"हमें सीरियस नहीं लिया जाता...", शार्दुल ठाकुर का सेलेक्टर और गंभीर पर फूटा गुस्सा, दिया ऐसा बयान सुनकर बैन कर सकती है BCCI
Published - 08 Sep 2025, 12:31 PM | Updated - 24 Oct 2025, 07:06 PM
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Shardul Thakur: टीम इंडिया एशिया कप 2025 खेलने के लिए यूएई पहुंच चुकी है और 10 सितंबर से मेजबान के साथ होने वाले मैच के साथ अपने अभियान का आगाज करेगी। इस टूर्नामेंट के लिए ऐलान की गई टीम से कई दिग्गज खुश नहीं हैं। इस बीच शार्दुल ठाकुर ने मैनेजमेंट पर गुस्सा जाहिर किया है।
उन्होंने कोच और चयनकर्ता को आड़े हाथों लिया है।उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि खिलाड़ियों को अक्सर हल्के में लिया जाता है। अब अचानक से इस खिलाड़ी का गुस्सा क्यों फूट पड़ा है, आइए विस्तार से जानते हैं क्या है पूरा मामला।
Shardul Thakur का फूटा गुस्सा
शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने गेंदबाजों के कार्यभार प्रबंधन की चुनौतियों पर बात की है और ज़ोर देकर कहा है कि खिलाड़ियों को अक्सर हल्के में लिया जाता है और उनसे शायद ही कभी पूछा जाता है कि उनका शरीर इस व्यस्त कार्यक्रम का सामना कैसे कर रहा है।
"हमें हल्के में लिया जाता है"- शार्दुल ठाकुर
दलीप ट्रॉफी के सेमीफाइनल के बाद शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने कहा कि,
"कई बार हमें हल्के में लिया जाता है और प्रबंधन उच्च स्तर का नहीं होता। इतने महीनों तक खेलने के बाद कोई भी हमसे यह नहीं पूछता कि हमारा शरीर कैसा महसूस कर रहा है।
लेकिन हाँ, मैं फिजियो, एस एंड सी (स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग को) के साथ अपने शरीर का प्रबंधन कर रहा हूँ और लगातार काम कर रहा हूँ और बात क्रिकेट खेलने की है। मैं यह नहीं कह रहा कि आप खुद को खेल से दूर रखें। लेकिन बीच में ब्रेक लेना शरीर के लिए अच्छा होता है।"
शार्दुल पिछले कुछ महीनों से लगातार खेल रहे हैं क्रिकेट
बता दें कि शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) अक्टूबर 2024 से लगातार खेल रहे हैं। उन्होंने ईरानी कप में हिस्सा लिया, 9 रणजी ट्रॉफी मैच खेले और फिर मुख्य दौरे में दो टेस्ट मैच खेलने से पहले इंग्लैंड में दो रेड-बॉल मैचों में भारत ए का प्रतिनिधित्व किया।
हाल ही में, उन्होंने दलीप ट्रॉफी में सेंट्रल ज़ोन के खिलाफ वेस्ट ज़ोन की कप्तानी भी की। इस दौरान, उन्होंने विजय हज़ारे ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में भी खेला। ऐसे में उन्होंने लगातार क्रिकेट खेलने को लेकर अपनी बात रखी है।
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बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना कर दिया था अनिवार्य
गौरतलब है कि बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों के लिए यह अनिवार्य कर दिया है कि अगर उनका चयन टीम इंडिया में नहीं होता है, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, अगर वे चोटिल होते हैं, तो उन्हें छूट भी मिल सकती है। अन्यथा, सभी के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य है। वहीं दूसरी ओर, जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को उचित आराम मिला है।
हाल ही में, जसप्रीत बुमराह ने अपने कार्यभार को प्रबंधित करने के लिए इंग्लैंड दौरे पर पाँच में से केवल तीन टेस्ट मैच खेले। शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) का मानना है कि यह खिलाड़ियों पर निर्भर करता है कि वो अपनी फिटनेस और कार्यभार का प्रबंधन कैसे करते हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि खेल के दौरान यह उनके दिमाग में नहीं होना चाहिए।
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ऐसा रहा शार्दुल ठाकुर का हालिया प्रदर्शन
टीम इंडिया और मुंबई के ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) हाल ही में दलीप ट्रॉफी में खेले थे। यहाँ उन्होंने वेस्ट ज़ोन की कप्तानी की। कप्तानी में उनकी कमी खल रही थी। लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने बल्ले से 64 रन बनाए। लेकिन गेंदबाजी में उनका योगदान कुछ खास नहीं रहा।
शार्दुल ठाकुर ने वेस्ट ज़ोन की पारी में 164.3 ओवरों में से सिर्फ़ 11 ओवर ही गेंदबाज़ी की। इसके साथ ही, वह एक भी विकेट नहीं ले पाए। इंग्लैंड दौरे पर भी उन्होंने बल्ले से कुछ ख़ास कमाल नहीं किया था, तब उनके बल्ले से 2 मैचों में 46 रन और 2 विकेट निकले थे।
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