वीडियो: एक हाथ से बड़े-बड़े छक्के लगाता है इंग्लैंड का ये शारीरिक रूप से विकलांग खिलाड़ी, देख मिलेगी कुछ कर गुजरने की प्रेरणा
Published - 13 Jul 2018, 07:34 PM

मिल्खा सिंह अपने जीवन की पहली दौड़ में भी अवल आते, लेकिन फाइनल लाइन पार करने से पहले उनके पैर में एक पत्थर गड़ गया । ऐसे ही ज़िंदगी की दौड़ में जब आप सफलता को दौड़ते है, तो बहुत से पत्थर आपका इम्तिहान लेते है। उस पत्थर को छोड़ दौड़ की दुनिया में मिल्खा सिंह ने भारत का सर गर्व से ऊँचा कर दिया। ऐसे ही एक खिलाड़ी की कहानी पर नेटवेस्ट ने डॉक्यूमेंट्री बनाई है।
एक हाथ के बिना क्रिकेट से प्यार
खुद को कभी आप और हम जैसे लोगों से अलग न मानने वाले इस खिलाड़ी के पास एक हाथ नहीं है। आज यह डिसएबल क्रिकेट में इंग्लैंड का बड़ा चेहरा है। यह खिलाड़ी बहुत से ऐसे बच्चों को जिंदगी में उनके तरफ फेंके गए पत्थरों से लड़ने की प्रेरणा दे रहा है।
क्या है इस डॉक्यूमेंट्री में दिखाए गए खिलाड़ी की कहानी?
Matt Askin - An amazing cricketing story.
— England Cricket (@englandcricket) July 13, 2018
With @NatWest_Cricket
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2010 से फिजिकल एजुकेशन के शिक्षक के तौर पर यह इंग्लैंड में स्थित आउंसडेल हाई स्कूल स्पेशलिस्ट ऑर्टस कॉलेज एंड सिक्स्थ फॉर्म में बच्चों को शिक्षा दे रहे है। पूरी डॉक्यूमेंट्री में अपनी कहानी खुद बयां करते दिख रहा है यह खिलाड़ी।
इस खिलाड़ी का नाम है मैट स्किन
इनका नाम है मैट स्किन(Matt Askin)। डॉक्यूमेंट्री के शुरुआत में यह कहते है कि अगर आप मुझसे पूछेंगे की बचपन में मैंने कभी सोचा था कि एक दिन में इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेलूंगा, तो हाँ मैंने ये कभी नहीं सोचा था। आगे मैट कहते है कि आज कल बच्चों में लड़ने से पहले ही फैल होने का डर लगा रहता है। लेकिन मैं पूरी कोशिश कर रहा हूँ कि खाँसकर वो बच्चे ,जो मेरे से शिक्षा ले रहे उन्हें लड़ना सीखा सकू।
उन्होंने ये भी कहा कि लोग मुझसे अकसर पूछा करते है, कि ये कैसे हुआ। मुझे शुरुआत में बताना अच्छा नहीं लगता था , लेकिन अब आदत सी हो गई है। लोगों को सुनाने के लिए मेरे पास एक कहानी है।
क्रिकेट का मैदान देख मैट ने कहा था बाउंड्रीज बहुत दूर है, एक हाथ से नामुमकिन है
मैट की डॉक्यूमेंट्री उन लोगों के लिए है जो खुद को अधूरा मानते है और किसी चीज के प्रयास से डरते है। अपनी कहानी को आगे बढ़ाते हुए मैट ने बताया कि 21 साल की उम्र में उन्हें एक ऐसा खेल सीखना था जो टीम इवेंट पर आधारित हो। उन्हें क्रिकेट खेलने को कहा गया। क्रिकेट का मैदान देख मैट घबरा गए थे। वो सोच रहे थे खिलाड़ी दो हाथ से मारते है। बाउंड्रीज काफ़ी लंबी है, एक हाथ से नामुमकिन है।
लेकिन जब उन्हें किसी ने डिसेबल्ड क्रिकेट के बारे में बताया तो वह मैच देखने पहुंच गए। उस मैच में विकेटकीपर व्हील चेयर पर था। उस विकेट कीपर ने मैच के दौरान कूदकर एक कैच लपका। जिसे देख उन्हें लगा की वो भी क्रिकेट खेल सकते है।
डॉक्यूमेंट्री के अंत में दिल की बात कहते है मैट
डॉक्यूमेंट्री के अंत में मैट कहते है कि आजकल लोग अपनी कमीयों को ले ज्यादा चिंतित रहते है।अपनी ताकत पहंचानने की कोशिश नहीं करते। उन्होंने ये भी कहा कि वो बहुत खुश है।
देश के बेहतरीन 15 डिसेबल्ड क्रिकेट खिलाड़ियों में एक नाम उनका भी है। देश के लिए जीतना और मैदान पर इंग्लैंड की जर्सी के साथ उतरना उनके लिए गर्व की बात है।