भारत और न्यूजीलैंड के बीच बहुप्रतीक्षित विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच शुरू हो चुका है. जिसमें टॉस जीतकर न्यूजीलैंड कप्तान केन विलियमसन ने पहले भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया है. मैच में अभी तक भारतीय टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर 146 रन बना चुके हैं. वैसे तो इंग्लैंड का मौसम हमेशा एक जैसा नहीं रहता है.
इंग्लैंड के हालात और तेज पिच को देखते हुए पूर्व भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने भारतीय बल्लेबाजों को अलग ही सलाह दी है. उनका कहना है कि इंग्लैंड के हालातों से तालमेल बैठाने के लिए आपकों बिल्कुल गजनी की मानसिकता के साथ ही बल्लेबाजी करनी होगी.
हर गेंद पर करना होगा प्रहार : Wasim Jaffer
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने भारतीय बल्लेबाजों को सलाह दी है कि बालीवुड की लोकप्रिय फिल्म गजनी को याद करके ही इस समय इंग्लैंड की पिच पर बल्लेबाजी करनी होगी. जिसमें नायक सबकुछ भूल जाने के बाद फिर से नई शुरुआत कर के सभी से बदला लेता है. ऐसे में जाफर का कहना है कि भारत के बल्लेबाजों को भी इस मैच में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों द्वारा फेंकी गई हर पिछली गेंद को भूलकर नई गेंद पर प्रहार करना होगा.
इसके साथ ही Wasim Jaffer का कहना है कि ऐसे ख़राब हालात आमतौर पर बल्लेबाजी करने वाली टीम के लिए नुकसान पैदा कर देते हैं. लेकिन, भारतीय बल्लेबाजों ने अच्छे से और संयम के साथ बल्लेबाजी की है. गेंदबाजों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि उन्हें सिर्फ गेंद फेंक कर आराम करना होता है. मौसम की बार-बार दखलंदाजी के बावजूद भारत ने अच्छी बल्लेबाजी की है. भारतीय टीम की मानसिकता सकारात्मक रही, जब भी मौका मिला उन्होंने रन बनाए हैं.
भारतीय स्पिनरों को मिलेगा फायदा : वसीम जाफर
वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने भारतीय बल्लेबाजों को कहा है की वो गजनी की मानसिकता के साथ ही बल्लेबाजी करनी होगी. पिछली डिलीवरी पर क्या हुआ यह भूल जाना होगा. यही नहीं जाफर ने यह भी कहा कि कीवी गेंदबाजों द्वारा बनाए गए निशानों की वजह से भारतीय स्पिन गेंदबाजों को ज्यादा फायदा मिल जाएगा.
अगर भारत के बल्लेबाज 270 से लेकर 300 तक का स्कोर बना लेता है तो उनके जीतने की सम्भावना बढ़ जाएगी. न्यूजीलैंड के सभी गेंदबाज स्पीडस्टर हैं और इसीलिए उनके पैरों के निशान भी ज्यादा बनेंगे. इससे दोनों ही भारतीय गेंदबाज फायदा उठा सकते हैं. लेकिन, सबसे आश्चर्य की बात यह है कि कीवी टीम ने एक भी स्पिन गेंदबाज को टीम में जगह क्यों नहीं दी.